जरा हटके
चौंकाने वाला मामला: पायलट अचानक पड़ा बीमार तो एक यात्री ने उड़ाई फ्लाइट, फिर ऐसी हुई लैंडिंग
Gulabi Jagat
11 May 2022 12:23 PM GMT
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चौंकाने वाला मामला
आपदा पड़ने पर इंसान कभी भी कुछ भी कर जाता है. भगवान का नाम लेकर लोग ऐसी ज़िम्मेदारी संभालने निकल पड़ते हैं जिसके बारे में कोई जानकारी नहीं होती. कोई अनुभव नहीं होता. फिर भी सब कुछ संभल जाता है. ऐसा ही कारनामा कर दिखाया एक ऐसे शख्स ने जिसने ज़ीरो अनुभव के साथ फ्लाइट उड़ाकर सबको दंग कर दिया.
ज़ीरो एक्सपीरियंस के साथ एक यात्री ने फ्लाइट उड़ा कर सबको हैरान कर दिया. जिस वक्त जान सांसत में पड़ी उस वक्त यात्रियों के पास भगवान को याद करने के अलावा कोई रास्ता नहीं था. प्लेन में बैठे लोगों की सांसे थम सी गई. तभी एक ऐसे यात्री ने प्लेन का बागडोर संभाली जो इस पीरे काम से अनजान था. घटना पाम बीच अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे की है. जहां पायलट के अचानक बीमार पड़ने से एक यात्री को प्लेन उड़ाने की कमान संभालनी ही पड़ी. कंट्रोल बोर्ड को पता तब चला जब पायलट से संपर्क की कोशिश की गई और वो नहीं मिला.
बिना अनुभव और ट्रेनिंग के यात्री ने उड़ाई फ्लाइट
हवाई यातायात नियंत्रण ने पायलट से संपर्क करने की कोशिश की तो ऐसी चौंकाने वाली सूचना मिली जिसके बाद उनके पैरों तले ज़मीन खिसक गई. जिस प्लेन से संपर्क की कोशिश की जा रही थी उसकी कमान किसी पायलट नहीं बल्कि एक सामान्य नागरिक के हाथ में थी. कॉकपिट से एक ऐसी आवाज़ ने रिप्लाई किया जिसे फ्लाइट में यात्रा करने के अलावा उससे जुड़ी न कोई जानकारी थी न कोई अनुभव. ऐसे में कंट्रोल रूम में बैठे लोगों के होश उड़ गए. बता दें कि किसी फ्लाइट को उड़ाने के लिए करीब 60 घंटे की ट्रेनिंग का अनुभव और अकेले कम से कम 10 घंटे के सुपरविज़न में फ्लाइंग की ज़रूरत होती है. मगर यहां एख ऐसे शख्स ने फ्लाइट उड़ाई जिसकी ट्रेनिंग और अनुभव ज़ीरो था. फिर भी सफल और शांत तरीके से लैंडिंग करा ले गया.
संयम और शांति से मिली लैंडिंग में सफलता
14 सीटर Cessna Caravan plane से सवार यात्री की आवाज़ आई. लैंडिग से 70 मील की दूरी से रेडियो पर बोल रहा था 'यहां एक गंभीर स्थिति हो गई है, हमारा पायलट बीमार हो गया है. मुझे हवाईजहाज उड़ाने नहीं आता.' फिर तो सुनने वालों की सांस अटक गई. अब कोई दूसरा विकल्प नहीं था लिहाज़ा दोनों ने एक-दूसरे से शांति और संयम के साथ बात शुरु की. उसके बाद कंट्रोल रूम ने पंखों का स्तर बनाए रखने और तट को फॉलो करने की कोशिश के निर्देश मिलने शुरु हुए, कहा गया कि उत्तर या दक्षिण की ओर स्थिति को बनाए रखें. तब तक फ्लाइट की स्थिति पता लगाने की कोशिश जारी रही. पाम बीच, बोका रैटन के उत्तर में लगभग 25 मील की दूरी पर फ्लेन को नीचे उतारने का निर्देश दिया गया. फिर इस बात की ट्रेनिंग दी गई कि असल में अब फ्लाइट को नीचे कैसे उतारना है. विमानन विशेषज्ञ जॉन नैंस ने न्यूयॉर्क पोस्ट को बताया कि "ये पहली बार है जब मैंने किसी विमान को ऐसे व्यक्ति द्वारा उतारते देखा है जिसे कोई वैमानिकी अनुभव नहीं है.'
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