जरा हटके
जोमैटो और रेस्टोरेंट के बिल में अंतर देखकर लोग बोले- लूट मचा रखी...सरकार से दखल की मांग
Gulabi Jagat
7 July 2022 3:38 PM GMT

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सरकार से दखल की मांग
नई दिल्ली. आज खाना, दवा और राशन का सामान बस एक क्लिक की दूरी पर है. ऑनलाइन खाना मंगवाना आज आम बात हो चुकी है. जोमैटो और स्विगी जैसे प्लेटफॉर्म अपने यूजर्स को खूब ऑफर्स भी देते हैं. लेकिन, क्या इन ऑफर्स के बाद भी आपको ऑनलाइन खाना मंगवाना किसी रेस्टोरेंट या होटल के मुकाबले सस्ता पड़ता है? मुंबई के एक शख्स को तो जोमैटो से खाना मंगवाना महंगा ही पड़ा. इस शख्स एक ही तरह का खाना जोमैटो और रेस्टोरेंट से मंगवाया और दोनों के रेट में अंतर देखकर वह चौंक गया.
राहुल काबरा नामक व्यक्ति ने दोनों बिल जब लिंक्डइन पर डाले तो जोमैटो और रेस्टोरेंट के बिलों में अंतर देखकर लोग भी चौंक गए. जहां जोमैटो ने 75 रुपये छूट देकर भी खाने के 690 रुपये लिए, वहीं रेस्टोरेंट ने उसकी कीमत 512 रुपये वसूली. कई यूजर्स ने जोमैटो पर तीखे कमेंट किए. काबरा की पोस्ट पर अब तक 11,000 रिएक्शन और 1700 कमेंट आ चुके हैं.
यह था मामला
लिंक्डइन यूजर राहुल काबरा ने Zomato ऑर्डर बिल और उसी ऑर्डर के ऑफलाइन बिल की तस्वीरें शेयर कीं हैं. जिसमें कुल ऑर्डर राशि में काफी ज्यादा अंतर था. काबरा ने जोमैटो से वेज ब्लैक पेपर सॉस, वेजिटेबल फ्राइड राइस और मशरूम मोमो ऑनलाइन मंगवाए. जोमैटो का बिल 75 रुपये छूट के बाद भी 690 रुपये बना. यही सामान काबरा ने उस रेस्टोरेंट से जाकर खुद खरीदा जहां से लेकर जोमैटो ने काबरा तक पहुंचाया था, तो काबरा को केवल रेस्टोरेंट में 512 रुपये देने पड़े. इस तरह दोनों बिलों में 178 रुपये का अंतर आ गया.
सरकार से दखल की मांग
काबरा ने अपनी लिक्डइन पोस्ट में लिखा है कि सेम आइटम ऑर्डर करने पर ऑनलाइन 178 रुपये ज्यादा देने पड़ रहे हैं. सरकार को इस अंतर पर लगाम लगाने की जरूरत ताकि सभी भागीदारों को फायदा हो सके. काबरा ने आगे लिखा है कि, "मैं एक सामान्य भारतीय ग्राहक हूं, जो कीमतों को ध्यान में रखता है. अंत में हम यही देखेंगे कि हमें कम कीमत पर कहां सामान मिल रहा है और हम उसी से निर्णय लेते हैं."
वायरल हुई पोस्ट
राहुल काबरा की ये पोस्ट वायरल हो गई है. इस पोस्ट पर 11,000 रिएक्शन और 1700 से ज्यादा कमेंट आ चुके हैं. बहुत से अन्य यूजर्स ने भी समान प्रोडक्ट के दाम बढ़कर दिखाए जाने की शिकायत की है. कुछ यूजर्स ने लिखा है कि ऑनलाइन डिलीवरी प्लेटफॉर्म्स ने लूट मचा रखी है. वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा कमेंट किया की रेस्टोरेंट वालों को मेनू एक जैसा रखना चाहिए और अपना चार्ज अलग से लेना चाहिए. इससे कम से कम यूजर्स को तो कोई शिकायत नहीं होगी.
जोमैटो ने दिया यह जवाब
वायरल पोस्ट पर जोमैटो की भी नजर पड़ी है. इसका जवाब देते हुए जोमैटो ने लिखा है कि Zomato ग्राहक और रेस्टोरेंट के बीच एक मध्यस्थ मंच का काम करता है. हमारे साथ जुड़े रेस्टोरेंट पार्टनर्स द्वारा लागू किए गए रेटों पर हमारे प्लेटफार्म का कोई कंट्रोल नहीं है. हमने रेस्टोरेंट पार्टनर को आपकी प्रतिक्रिया से अवगत करा दिया है और उनसे इस पर गौर करने का अनुरोध किया है.'

Gulabi Jagat
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