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जहाज का मलबा खोज रहे थे वैज्ञानिक, अचानक से 2800 फीट नीचे सामने आ गया दुर्लभ जीव

jantaserishta.com
9 Oct 2021 12:48 PM GMT
जहाज का मलबा खोज रहे थे वैज्ञानिक, अचानक से 2800 फीट नीचे सामने आ गया दुर्लभ जीव
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काहिरा. समुद्री जीवविज्ञानी, मीडिया और फिल्म निर्माताओं की एक टीम ओशनएक्स (OceanX) ने 2020 में लाल सागर (Red Sea) की गहराई का पता लगाने के लिए एक खोज शुरू की, जहां उन्हें न केवल एक विशाल जहाज मिला, बल्कि एक विशाल जीव, मिला जिसका आकार इंसान से भी बड़ा था. नवंबर 2011 में 2,800 फीट की गहराई पर डूबे 'पेला' (Pella) जहाज की जांच के दौरान टीम ने जो चीज देखी, उनका मानना है कि वे 'द जाइंट स्क्विड' (The Giant Squid) हो सकते हैं.

OceanX साइंस प्रोग्राम के प्रमुख मैटी रोड्रिग ने खोज के एक वीडियो में बताय कि जब तक वह जीवित रहेंगे, वह कभी भी उस दृश्य को नहीं भूल पाएंगे. उन्होंने बताया, 'हम जहाज के मलबे को देख रहे थे कि अचानक हमारे सामने एक विशाल जीव आता है. यह हमारे ROV (रिमोटली ऑपरेटेड व्हीकल को देखता है और जहाज से लिपट जाता है.' सितंबर 2021 में टीम को पता चला कि यह एक पर्पलबैक फ्लाइंग स्किवड (Purpleback Flying squid) था, जो दो फीट लंबा हो सकता है.

ओशनएक्स टीम ने ओशनएक्सप्लोरर के जरिए लाल सागर तक पहुंची थी. यह रिसर्च वेसल थी. जिसमें 40 टन क्रेन के साथ सबमर्सिबल लॉन्च करने के लिए लगी थी. सोनार ऐरे और अन्य भारी उपकरणों को समंदर की गहराई मंे ले जाने के लिए लॉन्च किया गया. जहाज में दो ट्राइटन सबमर्सिबल भी हैं, जिनमें से प्रत्येक आठ घंटे तक 3,280 फीट से अधिक गहराई तक गोता लगा सकता है. इसमें रिमोटली ऑपरेटर वीइकल और एक ऑटोनॉमस अंडरवॉटर वीइकल है जो 19,685 फीट गहराई तक जा सकता है.
Pella नाम का जहाज का मलबा खोजा जा रहा था. वह नवंबर 2011 में मिस्र के नूवीबा बंदरगाह पर जा रहा था. इसमें जॉर्डन के अकाबा के पास आग लग गई थी. इस पर 1229 यात्री सवार थे. घटना में एक शख्स की जान भी चली गई. रिसर्चर एक अंडरवॉटर रोबॉट की मदद से मलबे को देख रहे थे, जब उन्हें स्क्विड दिखा. बताया गया है कि इस इलाके में कई ऐसे जीव रहते हैं. हालांकि, इतने विशाल जीव बेहद दुर्लभ हैं.


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