जनता से रिश्ता वेबडेस्क। समस्तीपुर में एक दुर्गा माता का मंदिर है जो भक्तों को बहुत प्रिय है। इस मंदिर में बहुत दूर दूर से लोग आते हैं और माता को चढ़ावा चढ़ाते हैं। जी दरअसल इस मंदिर को लेकर ऐसी मान्यता है कि, 'मन्नतें पूरी होने पर दुर्गा पूजा के अवसर पर बकरे की बलि चढ़ाई जाती है।' हाल ही में मिली जानकारी के मुताबिक़ इस बार मन्नतें पूरी होने पर श्रद्धालुओं ने करीब करीब 288 बकरों की बलि दी है।
यह बलि बीते रविवार को दी गई है। जी दरअसल यहां महाअष्टमी की रात छप्पन भोग महाप्रसाद चढ़ाने और मन्नतें पूरी होने पर बलि की प्रथा है इसी वजह से यहाँ बीते रविवार के दिन बलि दी गई है। यह मंदिर समस्तीपुर जिले के विघापतिनगर प्रखंड के मऊ बाजार में स्थित है। जहाँ श्रद्धालुओं की हर मन्नत पूरी हो जाती है। यह मंदिर मऊ वाली मैया के नाम से प्रसिद्ध है और इसमें आकर जो भी सच्चे मन से कुछ मांगता है उसे वह सब कुछ मिल जाता है।
जी दरअसल कहा जाता है यहाँ मुरादें पूरी होने पर भक्त बकरे की बलि चढ़ाते है और इसी वजह से इस बार करीं 288 बकरों की बलि दी गई है। इस बार शारदीय नवरात्र के दौरान यहां श्रद्धालुओं का जन सैलाब उमड़ पड़ा था और सभी ने अपनी मन्नत मांगी थी। यहाँ के लोग कहते हैं 200 साल से ज्यादा समय से पहले से यहां माता की पूजा अराधना जारी है। मन्नतें पूरी होने पर भक्त श्रद्धालुओं व महिलाओं की भीड़ महाअष्टमी और नवमी को उमड़ती है और सभी बकरे की बलि देते हैं।