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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Man Wants To Take Admission In His Favourite University: कहते हैं कि मन के हारे हार है, मन के जीते जीत. यह बात चीन के लियांग शी (Liang Shi) पर पूरी तरह लागू होती है और उनके बारे में जानकर आपको इस बात पर यकीन भी हो जाएगा. आमतौर पर जब लोग किसी काम में फेल होते हैं तो कुछ प्रयासों के बाद हार मान लेते हैं. लेकिन लियांग ने हार मानना शायद सीखा ही नहीं है. यही वजह है कि वह अपनी पसंदीदा सिचुआन यूनिवर्सिटी में दाखिला लेने के लिए 26वीं बार टेस्ट देने वाले हैं. इससे पहले 25 प्रयासों में वह असफल हो चुके हैं.
55 साल की उम्र में दे रहे एंट्रेंस टेस्ट
बता दें कि चीन में यूनिवर्सिटीज में एडमिशन के लिए कॉमन एंट्रेंस टेस्ट होता है जिसका नाम गोआको एंट्रेंस एग्जाम है. यह दुनिया के कुछ सबसे मुश्किल एंट्रेंस टेस्ट में से एक माना जाता है. लियांग इस कॉमन एंट्रेंस को पहले पास कर चुके हैं लेकिन वे सिचुआन यूनिवर्सिटी में दाखिला नहीं ले सके क्योंकि उनकी रैंक कम थी और उन्हें दूसरे नंबर की यूनिवर्सिटी में एडमिशन मिल रहा था जिसे उन्होंने अस्वीकार कर दिया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, लियांग 55 साल के हैं और वे यह एंट्रेंस टेस्ट 1983 से दे रहे हैं. सिचुआन यूनिवर्सिटी में पढ़ना उनका सपना है.
लोगों को गलत साबित करना चाहते हैं लियांग
लियांग के मुताबिक, उन्हें साइंस के सवालों में दिक्कत होती है इसलिए इस बार वे आर्ट्स की परीक्षा देंगे. लोग लियांग से कहते हैं कि अब उनकी उम्र पढ़ाई करने की नहीं है. लेकिन लियांग लोगों को गलत साबित करना चाहते हैं. लियांग कहते हैं कि जब तक वे अपनी फेवरेट यूनिवर्सिटी में एडमिशन नहीं ले लेते, वे परीक्षा देते रहेंगे.जनता से रिश्ता वेबडेस्क।
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