जरा हटके
चिड़ियाघर में छाई उदासी: शेर ने पहली मुलाक़ात के कुछ मिनट में ही शेरनी को उतारा मौत के घाट
Gulabi Jagat
21 July 2022 8:36 AM GMT

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चिड़ियाघर में छाई उदासी
चिड़ियाघरों में रहने वाले स्टाफ समय के साथ वहां के जानवरों से अटैच हो जाते हैं. खासकर तब जब उन्होंने जानवर को बचपन से पाला हो. इन दिनों अल्बामा के द बिर्मिंघम जू के स्टाफ अपने यहां एक शेरनी की मौत से काफी व्याकुल हैं. उन्होंने इस शेरनी को बचपन से पाला था. लेकिन उनकी आंखों के सामने ही शेरनी की मौत हो गई. शेरनी को कुछ दिनों पहले बाहर से लाए एक शेर ने (Lion Kills Lioness) मार डाला. पहले शेर ने उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया. उसके बाद चोट की वजह से शेरनी ने दम तोड़ दिया.
जानकारी के मुताबिक, शेर को पहली बार शेरनी के पास लाया गया था. ये उनकी पहली मुलाक़ात थी. इसी मुलाकात में शेर ने शेरनी पर अटैक कर उसकी जान ले ली. अटैक में शेरनी को काफी चोटें लगी थी. उसे गंभीर हालत में ज़ू वर्कर्स ने वहां से निकाला. लेकिन शेरनी की जान नहीं बचाई जा सकी. अपनी लाड़ली शेरनी की मौत से चिड़ियाघर के स्टाफ काफी उदास हैं. उन्होंने आकिलि नाम की इस शेरनी को बचपन से पाला था. बाहर से आए एक शेर ने पलभर में उसकी जान ले ली.
बेहद लाड़ली थी शेरनी
द बिर्मिंघम जू के कर्मचारियों ने बताया कि आकिलि काफी लंबे समय से चिड़ियाघर में रह रही थी. हाल ही में उससे मेटिंग के लिए जोश को बाहर से लाया गया था. ज़ू के मैनेजर ने बताया कि जानवरों का इस तरह से पहली बार मिलना काफी रिस्की होता है. और आकिलि की मौत इस बात को कंफर्म कर गया. जोश ने मिलन के कुछ ही देर में आकिलि को लहूलुहान कर दिया. आकिलि को तुरंत मेडिकल सुविधा दी गई. लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा गई.
चिड़ियाघर में छाई उदासी
आकिलि की मौत से चिड़ियाघर में उदासी का माहौल हो स्टाफ काफी दुखी हैं कि जिस शेरनी को उन्होंने बचपन से पाला उसकी इस तरह मौत हो गई. आकिलि एक तरह से परिवार का हिस्सा बन गई थी. उसका जन्म वैसे तो कोलोराडो के एक चिड़ियाघर में हुआ था. लेकिन दो साल की उम्र में ही उसे अल्बामा के चिड़ियाघर में लाया गया था. तब से 15 साल तक वो यहां के स्टाफ के साथ काफी घुलमिल गई थी. जब चिड़ियाघर के लोगों को लगा कि अब आकिलि को दूसरे शेर के साथ मेट करवाया जा सकता है. तब उसे जोश से मिलवाया गया. लेकिन ये फैसला आकिलि के लिए जानलेवा साबित हुआ.

Gulabi Jagat
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