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सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल (Viral Video) हो रहा है जिसमें रूस के एक सुपरमार्केट में बड़ी संख्या में लोग चीनी के पैकेट के लिए लड़ते नजर आ रहे हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। यूक्रेन पर हमले के बाद पश्चिमी देशों द्वारा रूस (Russia Ukraine War) पर लगाए गए प्रतिबंधों के बाद अर्थव्यवस्था को बुरी स्थिति में डाल दिया है. अब नागरिकों को भोजन की कमी का डर पैदा हो गया है. नतीजतन, घबराए हुए रूसी नागरिक भोजन का सहारा ले रहे हैं. रूस के स्थानीय लोग भोजन को स्टोर करने का भी सोच रहे हैं. सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल (Viral Video) हो रहा है जिसमें रूस के एक सुपरमार्केट में बड़ी संख्या में लोग चीनी के पैकेट के लिए लड़ते नजर आ रहे हैं.
रूस में चीनी खरीदने की मची है होड़
वीडियो में लोगों की भीड़ को चीनी के आखिरी बैग को हथियाने के लिए चिल्लाते, धक्का-मुक्की और एक-दूसरे पर चढ़ते हुए देखा जा सकता है. रूस में चीनी की कीमतें मुद्रास्फीति के कारण आसमान छू रही हैं. यूक्रेन में युद्ध के आर्थिक नतीजों के कारण कुछ दुकानों ने प्रति ग्राहक 10 किलोग्राम की सीमा भी लगाई है. चीनी की कीमतों में भारी वृद्धि हुई है, रूस में वार्षिक मुद्रास्फीति 2015 के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है.
Сахарные бои в Мордоре продолжаются pic.twitter.com/hjdphblFNc
— 10 квітня (@buch10_04) March 19, 2022
चीनी खरीदने को लेकर पहले भी हो चुकी है लड़ाई
एक अन्य घटना में, एक व्यक्ति ने अपनी खरीदारी की टोकरी में चीनी के पांच पैकेट रखे थे और गुस्से में दुकानदार के साथ टकराव के दौरान उसके चेहरे पर पांच बार घूंसा मारा गया. चीनी के साथ-साथ अनाज और नमक जैसे खाद्य पदार्थों की भी काफी मांग है.
रूस के अधिकारियों ने दिया यह बयान
हालांकि, रूसी सरकार के अधिकारियों ने कहा है कि चीनी की कोई कमी नहीं है और यह स्थिति घबराहट की वजह से है क्योंकि चीनी निर्माताओं ने कीमतों को उच्च रखने के लिए स्टॉक किया है. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा, 'बेशक हर कोई अपनी इमोशन का सामना नहीं कर सकता, लेकिन आप समझ सकते हैं कि टॉयलेट पेपर, अनाज, चीनी आदि खरीदने के लिए दुकानों के आसपास दौड़ने की बिल्कुल जरूरत नहीं है.'
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