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यह पिचकारी होली के उल्लास को और सुरक्षित बनाएगी. साथ ही यह किटाणु से भी बचाएगी.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। होली पर बाजार में कई तरह की पिचकारियों की धूम है लेकिन वाराणसी के एक स्कूल में पढ़ने वाली चौथी क्लास में पढ़ने वाली दो बच्चियों की कोशिश कुछ अलग है जिन्होंने रिमोट से चलने वाली रोबो पिचकारी बनाई है. यह पिचकारी होली के उल्लास को और सुरक्षित बनाएगी. साथ ही यह किटाणु से भी बचाएगी.
50 मीटर दूर तक रंगो की बौछार करना संभव
वाराणसी के सक्षम इंग्लिश स्कूल की कक्षा चार की दो छात्राएं जाह्न्वी पटेल और अंजलि कुमारी ने मिलकर इस होली पर उपयोग के लिए खास रोबो सरप्राइज पिचकारी बनाई है. ये पिचकारी रिमोट से संचालित होती है. इस रोबो पिचकारी को रिमोट की मदद से 50 मीटर दूर तक रंगो की बौछार करना संभव है.
खास पिचकारी में एक कंटेनर
इन छात्राओं ने बताया कि इस खास पिचकारी में एक कंटेनर लगाया है जिसमें 2 लीटर तक पानी रंग भरा जा सकता है. इस पिचकारी को होली में रंग खेलने के साथ लोगों को कीटाणुओं से भी बचा सकेंगे, क्योंकि पिचकारी से हम लोगों पर एक खास तरह का एंटी वैक्टिीरियल रंग फेकेंगे जो होली के रंगो के साथ लोग बैक्टीरिया से भी बचाएगा. इस पिचकारी को बच्चों ने 3 दिनों में तैयार किया है. इसे बनाने में तकरीबन 400 रुपये का खर्च आया है.
रोबो पिचकारी के वाटर टैंक में लगाया पम्प
इस पिचकारी के वाटर टैंक में कलर डालने के बाद इसे जमीन पर रख कर एक रिमोट की मदद से अपने से दूर 40 से 50 मीटर के रेंज के अंदर कहीं भी भेज कर अपने दोस्तों पर रिमोट कंट्रोल से रंग डाल सकते हैं. रोबो पिचकारी चलते फिरते खिलौने की तरह है. इस रोबो पिचकारी के वाटर टैंक में एक 6 वोल्ट का पम्प लगाया गया है यह पम्प रिमोट की मदद से चालू किया जाता है. यानी जब भी कोई आप के रोबो पिचकारी के नजदीक आएगा तो आप अपने रिमोट के बटन को दबा कर दूर से दूसरों पर रंगो की बौछार कर सकते हैं.
सक्षम इंग्लिश स्कूल ट्रस्ट की संस्थापक सुबिना चोपड़ा व विनीत चोपडा ने बताया कि यह बच्चों ने त्यौहार स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए बहुत अच्छा इनोवेशन किया है. ऐसे कई बच्चें हमारे यहां समय-समय अविष्कार करते रहते है. यहां पर विज्ञान को बढ़ावा देने के लिए के बहुत सारे काम होते हैं.
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