जरा हटके
पटवारी का गजब का कारनामा, पानी के कुएं को बेटा बनाकर दर्ज कर दी जमीन
Manish Sahu
4 Aug 2023 6:53 PM GMT

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जरा हटके: यूं तो आपने पटवारी द्वारा किए जानें वाले हैरतअंगेज कारनामों को आए दिन देखते होंगे सुनते होंगे. लेकिन बस्ती जनपद में पटवारी द्वारा एक ऐसा कारनामा कर दिया गया जिसको जान आप अपने दांतों तले उंगली दबाने पर मजबूर हो जाएंगे और बस यही कहेंगे की आखिर ये कैसे मुमकिन है. बस्ती जनपद के बहादुरपुर ब्लॉक के हरदेवा गांव से एक अजब-गजब मामला सामने आया है.
जहां लेखपाल ने पानी पीने के कुंए को एक जगमोहन नामक युवक का पुत्र दिखाकर कुएं के नाम जमीन घरौनी में दर्ज कर दी है. इसका खुलासा तब हुआ जब घर वालों को घरौनी के कागज मिले, जिसको देखते ही उनके होश उड़ गए की आखिर कुआ कैसे वारिस हो गया.लेखपाल ने जब जगमोहन के आबादी की जमीन का बंटवारा उसके पुत्रों के नाम किया तो उसने6 पुत्रो के बीच सातवां पुत्र कुंआ पुत्र जगमोहन का भी हिस्सा लगा दिया गया. अब 6 भाइयों के बीच सातवां भाई कुंआ कहां से आ गया किसी को समझ नहीं आ रहा है.
हिस्सा बराबर नहीं बांटा गया
वहीं इस मामले पर सरोज नाम की महिला ने एसडीएम को शिकायती पत्र देकर सातवें भाई कुंआ को बेदखल कर जमीन 6 भाइयों में बराबर-बराबर बांटने की गुहार लगाई है. सरोज ने पत्र में लिखा है की गाटा संख्या 144 जो एक आबादी वाली जमीन है और उसके ससुर के नाम से दर्ज है जिसमे उनके पति और पांच देवर समेत परिवार के 6 सदस्यों का हिस्सा है. जिसमे हल्का लेखपाल और उनके एक देवर दयाचंद की मिलीभगत से 6 भाइयों का हिस्सा बराबर नहीं बांटा गया, साथ ही कुंए को भी सातवां भाई दिखा कर 108 वर्गमीटर जमीन उसके नाम कर दी गई.
बोर्ड ऑफ रेवेन्यू को भेजा जाएगा मामला
एसडीएम सदर विनोद कुमार पाण्डेय ने बताया कि सरोज नाम की महिला ने शिकायत पत्र दिया है. जिसमे कुंए को पुत्र दिखाकर जमीन उसके नाम दर्ज कर दी गई है. यह लिपिकीय त्रुटि हो सकती है. इस की जांच की जा रही है.लेकिन अब एसडीएम साहब को भी समझ नहीं आ रहा की कुंए का नाम कैसे खारिज करें. घरौनी से नाम हटाने का अब तक कोई शासनादेश नहीं आया है. अब इस मामले को बोर्ड ऑफ रेवेन्यू को भेजा जाएगा. वहीं से इस मामले का निस्तारण हो सकता है.
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