पेरेंट्स ने अपनी 5 महीने की बेटी को पहनाई अलग-अलग पारंपरिक भारतीय पोशाक
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। चांदना और सुनील 5 महीने की प्यारी सी बच्ची पयाना सी एस (Payana C S) के माता-पिता हैं. वे travelories नाम का इंस्टाग्राम अकाउंट चलाते हैं. दोनों सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं और आए दिन अपनी बच्ची के संग तस्वीरें शेयर करते रहते हैं. अब कपल अपनी बेटी को शामिल करते हुए एक बहुत ही खास फोटो शूट बनाने के मिशन पर हैं. उनके इस मिशन को देख आप भी बार-बार 'कितना प्यारा' कहेंगे. आप सभी को बता दें वे भारत के 28 राज्यों और आठ केंद्र शासित प्रदेशों (28 states and eight union territories) से पारंपरिक पोशाक में अपनी बेटी की तस्वीरों की एक सीरीज बनाना चाहते हैं.
आप सभी को बता दें वे पहले से ही उन सीरीज की पहली चार तस्वीरें सोशल मीडिया प्लेटफार्म इंस्टाग्राम पर शेयर कर चुके हैं. जानकारी के लिए बता दें वे हैशटैग #Dekhoapnadesh के तहत तस्वीरें साझा कर रहे हैं. अब हाल ही में कपल ने अपनी बेटी की जो तस्वीर शेयर की है उसमें उस बच्ची ने हिमाचली आउटफिट कैरी किया है. इस तस्वीर को शेयर करते हुए उन्होंने कैप्शन में लिखा, 'देखोअपनादेश आज हमारी बेटी हिमाचली है…हम उसका हर महीने जन्मदिन भारतीय राज्यों के पारंपरिक परिधानों में तैयार करके सेलिब्रेट कर रहे हैं.'
इसके अलावा जो तस्वीरें कपल द्वारा साझा की गई है, उसमें दूसरी पिक्चर में वो ट्रेडिशनल व्हाइट केरला सिल्क साड़ी और गोल्डन बॉर्डर के साथ दिखाई दे रही है. तीसरी इमेज की बात करें तो उनकी बेटी को हम तेलगु आउटफिट में देख सकते हैं. वहीं कपल द्वारा साझा गई चौथी तस्वीर में बच्ची आइकोनिक रेड व्हाइट साड़ी में नजर आई, जोकि वेस्ट बंगाल का ट्रेडिशन है.
पयाना की तस्वीरों को इंडियन टूरिज्म द्वारा अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम पेज पर भी साझा किया गया था और उन्हें ऑनलाइन सोशल मीडिया यूजर्स का बहुत प्यार मिला है. कई लोगों ने तस्वीरों पर रिएक्ट करते हुए लिखा- कि वह कितनी प्यारी लग रही हैं. उस बारे में बात करते हुए, बच्चे के पिता ने साझा किया कि वे उसकी तस्वीरों को साझा करते हुए देखकर खुश थे और आशा करते हैं कि जब वह बड़ी होगी तो वह भी ऐसा ही महसूस करेगी.
हिंदुस्तान टाइम्स को दिए इंटरव्यू में पयाना के पेरेंट्स ने कहा, 'हम बेहद खुश महसूस करते हैं और हम चाहते हैं कि ये तस्वीरें लोगों को हमारी रिच इंडियन हेरिटेज और भारत की संस्कृति को बढ़ावा देने के सतह-साथ प्रेरित करें.'