जरा हटके
बेटे के हेयरस्टाइल को लेकर पैरेंट-टीचर में अनबन, लड़की कहने लगे लोग
Gulabi Jagat
7 April 2022 10:16 AM GMT
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बेटे के हेयरस्टाइल को लेकर पैरेंट-टीचर में अनबन
ज़माना बदल गया है अब लड़के लड़की में इतना भेद नहीं रहा कि उसने पहनावे और स्टाइल को लेकर जेंडर संबंधी टिप्पणी की जाए. लड़के भी लंबे बालों का शौक रखते हैं, लड़कियां जींस और टीशर्ट पहनने लगी हैं. ऐसे में किसी को किसी खास पहचान में बांधा नहीं जा सकता. यही वजह है कि एक मां ने अपने बेटे के लंबे बालों के काटने की जल्दी नहीं दिखाई. उसने लंबे बाल मां को तो सुहाते हैं मगर बाकी लोगों को इसपर आपत्ति है.
कौन क्या पहले क्या नहीं, कैसे रहे-कैसे नहीं ये शुद्ध रुप से हर किसी का व्यक्तिगत फैसला होता है और होना भी चाहिए. लेकिन एक मां को अपने बच्चे के हेयर स्टाइल को लेकर हो रही आपत्ति के बाद मम्सनेट पर आकर सुझाव मांगना पड़ा. बेटे के बाल लंबे है जिसमें वो सुंदर लगता है. लेकिन स्कूल में लोग उसे न चिढ़ाए इसलिए उसे बेटे के बाल कटवाने के लिए दबाव बनाया जा रहा है. जो महिला को रास नहीं आ रहा.
बेटे के हेयरस्टाइल को लेकर पैरेंट-टीचर में अनबन
पैरेंट्स को अपने बच्चे हमेशा, हर रुप में अच्छे लगते हैं. मगर एक माता-पिता इस बात पर बिफर पड़े जब टीचर ने पैरेंट्स से बेटे के बाल कटवा कर छोटे करने को कह दिया जैसे बाकी लड़कों के होते हैं. जबकि माता-पिता को उनका बेटा लंबे घुंघराले बालों में इतना सुंदर लगता है कि उन्होंने उसे कट कराने के बारे में सोचा ही नहीं था. वहीं टीचर ने हेयर कट के पीछे जो तर्क दिया वो ये था कि एक तो उसकी आंखे नीली, ऊपर से लंबे और घुंघराले बालों को देखकर लड़की की कंफ्यूज़न हो जाती है. स्कूल के बाकी बच्चे उसे लड़की कहकर चिढ़ाने न लगे इसलिए उसके बाल कटवाने होंगे. टीचर के तर्क को खारिज करते हुए महिला ने मम्सनेट पर ये बात रखी और लोगों से राय मांगी की क्या उसे आज के वक्त में भी लोग क्या कहेंगे के हिसाब से अपने बेटे के बाल रखने होंगे?
बच्चा खुद करे अपनी पसंद-नापसंद का निर्णय
मां का मानना है कि दूसरों को दिखाने के लिए उसे अपने बेटे को मर्दाना लुक देने की ज़रूरत नहीं है. वो जो है वैसा ही रहेगा. वहीं कई यूज़र्स का कहना है कि बच्चे के बाल या कोई भी दूसरा तरीका उसकी मर्ज़ी से होना चाहिए. अगर बेटा लंबे बालों में स्कूल में कंफर्टेबल महसूस करता है तो ठीक, वरना टीचर ही नहीं पैरेंट्स को भी दबाव नहीं डालना चाहिए. वहीं एक ने कहा कि स्कूल का एक रूल होता है. अगर उसे कहीं भी कोई चिढ़ाएगा तो वो हरगिज़ बच्चे को उससे बचाने के लिए कुछ भी करेगी. बाल भी कटवा सकती है. लोगों की मिली जुली प्रतिक्रिया के बीच आपकी क्या राय है इस बारे में?
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