एक दिव्यांग यानी निःशक्त व्यक्ति (Differently Abled Man) की जिंदगी काफी कठिनाईयों से भरी होती है और इन कठिनाईयों को सिर्फ वहीं समझ पाते हैं. कुछ लोगों को उनके प्रति काफी दया आती है तो वो बड़े ही प्यार से पेश आते हैं, जबकि कुछ लोग उनका मजाक उड़ाते भी नजर आते हैं. हालांकि जिस तरह से कहा जाता है कि सभी को एक समान दृष्टि से देखना चाहिए, दिव्यांगों पर भी यही बात लागू होती है. उन्हें भी समाज से अलग नहीं समझा जाना चाहिए, बल्कि बाकी लोगों के जैसा ही उनके साथ भी व्यवहार किया जाना चाहिए. वे भी यही चाहते हैं कि लोग उन्हें हीनभावना से न देखें, पर इस समाज को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. समाज आज भी उन्हें कमतर ही आंकता है, जबकि कई दिव्यांगों ने समय-समय पर खुद को साबित करके भी समाज को दिखाया है कि वे भी आम इंसानों की तरह ही कुछ भी कर सकने में सक्षम हैं.
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— Rahul Mishra (@DigitalRahulM) April 5, 2022
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