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नए भारत की नई कृषि: इंटरनेट पर वायरल हुआ ड्रोन वाली खेती का वीडियो

Gulabi
12 Feb 2022 6:29 AM GMT
नए भारत की नई कृषि: इंटरनेट पर वायरल हुआ ड्रोन वाली खेती का वीडियो
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ड्रोन वाली खेती का वीडियो
किसानों की कृषि लागत कम करने के लिए और किसानों की आय दोगुनी करने के लिए कृषि की नई तकनीक को बढ़ावा दिया जा रहा है. कृषि ड्रोन (Drones using for spraying pesticides) भी खेती के आधुनिक उपकरणों में से एक है जिसके इस्तेमाल से किसानों को काफी राहत मिल रही है. ड्रोन के उपयोग फसलों की सुरक्षा के लिए कीटनाशकों के इस्तेमाल ड्रोन के जरिए किया जा सकता है. इसी से जुड़ा एक वीडियो (Viral Video) इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया है.
34 सेकंड के इस वायरल वीडियो में आप देख सकते हैं कि खेत में फसलों को कीड़ों से बचाने के लिए एक ड्रोन के जरिए नैनो यूरिया का छिड़काव किया जा रहा है. वहीं जबकि आस-पास मौजूद लोग इस एतिहासिक लम्हे को अपने कैमरे में कैद कर रहे हैं. यूं तो किसान हाथों और मशीनों के जरिए खाद आदि का खेत में छिड़काव करते है, लेकिन इस नजारे को देखकर ऐसा लग रहा है कि देश का किसान भी समय के साथ विकसीत हो रहा है.
ये देखिए वीडियो-

इस वीडियो को केन्द्रीय कैमिकल एवम फर्टीलाइजर मंत्री डॉ मनसुख मांडविया शेयर करते हुए लिखा, 'ये नए भारत की कृषि है. नैनो यूरिया + कृषि ड्रोन, प्रधानमंत्री @NarendraModi जी ने हमेशा इनोवेशन और तकनीक पर ज़ोर दिया है. मानसा, गांधीनगर में कृषि ड्रोन के ज़रिए IFFCO द्वारा निर्मित तरल नैनो यूरिया के छिड़काव का ट्रायल सप्रे किया गया. इससे कृषि उपज में वृद्धि होगी. इस वीडियो को देखने के बाद यूजर्स अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दिए जा रहे हैं.

सोशल मीडिया पर ये वीडियो लोगों को तेजी से पसंद आ रहा है. यही वजह है कि कई यूजर्स ने वीडियो पर अपनी प्रतिक्रिया भी दर्ज कराई. एक यूजर ने कहा कि नए भारत की नई कृषि.' वहीं दूसरे यूजर ने लिखा कि इस HI-TECH विधी से इससे कृषि उपज में वृद्धि होगी, अद्भुत!. इसके अलावा और भी कई यूजर्स ने इस वीडियो की अलग-अलग अंदाज में तारीफ की.
क्या है कृषि ड्रोन तकनीक

खेतों में किसी भी खाद का यदि छिड़काव किया जाता है तो इसके लिए किसान को खेत में उतरना पड़ता है. इसके साथ ही हाथों से ऐसे किसी भी खाद का छिड़काव किया जाता है. कई बार असमान खाद का वितरण होता है. कृषि ड्रोन तकनीक के माध्यम से ड्रोन में तरल यूरिया को भरा जाता है. इसके साथ एक नियत ऊंचाई पर ड्रोन को ले जाया जाता है. फिर वहां से यूरिया का छिड़काव किया जाता है.
किसानों को होगी सहूलियत
किसान जब खेतों में यूरिया का छिड़काव करने जाता है तब कई बार उसे जलभराव अथवा कीचड़ वाले खेतों में उसे उतरना पड़ता है. कृषि ड्रोन तकनीक के आने से किसनों को ऐसे किसी खेत में नहीं उतरना पड़ेगा जिससे कि उसके पैरों को सहूलियत मिलगी. ऐसा होता है कि कीचड़ में अधिक घुसने से कई बार किसानों के तलवे खराब हो जाते हैं. नई तकनीक से किसानों को इस तरह के किसी भी परेशानी से बचाव होगा.
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