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गिनीज़ विश्व रिकॉर्ड में दर्ज हुआ नाम, 72 साल की महिला ने साइकिल से पार कर लिया अमेरिका

Gulabi Jagat
9 July 2022 3:19 PM GMT
गिनीज़ विश्व रिकॉर्ड में दर्ज हुआ नाम, 72 साल की महिला ने साइकिल से पार कर लिया अमेरिका
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विश्व रिकॉर्ड बनाना कोई बच्चों का खेल नहीं. इसके लिए सालों की कड़ी मेहनत और लगन और तपस्या करते हैं रिकॉर्ड होल्डर्स, तब कहीं जाकर मिलती है सफलता. मेहनत के साथ अगर जोश, जज़्बा और जुनून न हो तो कोई भी कारनामा कर दिखा पाना मुमकिन नहीं हो सकता है. और जब हौंसले साथ हो तो कामयाबी कदम चूमने से पहले उम्र नहीं इरादे देखती है.
लिनिया साल्वो नाम की महिला ने 72 साल की उम्र में जो किर्तिमन गढ़ा वो आसान नहीं था. वो भी इस उम्र में तो बिल्कुल भी नहीं. 72 की उम्र में सायकिल से अमेरिका की यात्रा पूरी करने वाली महिला ने गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा लिया. लिनिया साल्वो ऐसा करने वाली सबसे उम्रदराज़ महिला बन गई हैं. ये यात्रा साल्वों ने 43 दिन में पूरी कर इतिहास रच दिया.
43 दिन तक सायकिल चलाकर पूरी की अमेरिका का यात्रा
लिनिया साल्वो ने जब अमेरिका की यात्रा की शुरूआत की थी उस वक्त वो 72 साल, 27 दिन की थीं, और ठीक 43 दिन बाद उन्होंने सैन य्सिड्रो, कैलिफौर्निया में जाकर अपनी यात्रा को पूरा कर इतिहास के पन्नों में अपना नाम हमेशा-हमेशा के लिए दर्ज करा लिया. साल्वो ने प्रशांत महासागर के तट पर उत्तर-दक्षिण में सायकिल चलाकर अमेरिका को कवर किया. 43 दिन की अपनी यात्रा में साल्वो ने अपनी 2,083 मील की यात्रा पूरी की और इसी के साथ साल्वो ने सबसे उम्रदराज महिला के तौर पर ऐसा कारनामा कर गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवा लिया. इससे पहले 2016 में भी लिनिया साल्वो ने 67 साल की उम्र में ओशनसाइड, कैलिफ़ोर्निया से बेथानी बीच, डेल तक साइकिल से अमेरिका को पार करने का सबसे उम्रदराज इंसान का रिकॉर्ड हासिल किया था.
विश्व रिकॉर्ड धारक ने दिवंगत भाई को समर्पित की सफलता
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के बातचीत के दौरान साल्वो ने बताया कि उनका रिकॉर्ड स्पीड को लेकर नहीं बल्कि उम्र को लेकर है ऐसे में उन्हें अत्यधिक भागदौड़ और थकाऊं स्थिति में नहीं पड़ना पड़ता. इसलिए सायकिल से अपनी स्पीड को इतना बैलेंस रखती हैं कि यात्रा पूरी की जा सके. यानि साइकिलिस्ट की तरह उन्हें ज़ोर लगाकर रफ्तार में रहने की ज़रूरत नहीं थी. साल्वो बताती हैं कि प्रशांत तट के साथ उनकी ये यात्रा संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा में शांति चिन्ह की जीपीएस छवि बनाने की बड़ी परियोजना का एक हिस्सा थी. उनकी शांति चिन्ह परियोजना उनके भाई, जॉन थॉमस वेस्ट को समर्पित है, जिनकी मृत्यु 28 साल की उम्र में प्लेन क्रैश हादसे में मौत हो गई थी.
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