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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Know The Truth Of Snake Dance on Bean: नागिन डांस के बारे में हम सब ने सुना है. खासकर शादियों में तो दूल्हा-दुल्हन के दोस्तों का नागिन डांस ज़रूर होता है. नागिन डांस का स्टेप बिल्कुल नागिन की तरह फन फैला कर घूमने वाले अंदाज में होता है. दरअसल, इस डांस का कॉन्सेप्ट सपेरे के बीन बजाने पर नाग या नागिन के घूमने से आया है. आपने बचपन में कभी न कभी देखा होगा कि सपेरा जैसे ही बीन बजाना शुरू करता है सांप अपना फन उठाकर उसकी धुन पर घूमना शुरू कर देता है. लेकिन क्या वाकई में वो सपेरे की बीन की धुन पर नाचता है या उसके नाचने की कोई और वजह है? चलिए जानते हैं कि इस बारे में विज्ञान क्या कहता है.
बीन की धुन पर नहीं नाचती है नागिन
सच ये है कि नाग या नागिन के सपेरे की बीन की धुन पर नाचते वाली बात एक मिथ है. दरअसल, नागिन सपेरे की बीन की धुन पर नहीं नाचती क्योंकि सांप बहरे होते हैं. वो कुछ सुन नहीं सकते. तो फिर दिमाग में ये सवाल आता है कि अगर वे सुन नहीं सकते तो सपेरे के बीन बजाने पर नाचने कैसे लगते हैं? इस सवाल का जवाब है कि वे बीन की धुन पर नहीं नाचते, बल्कि सपेरा जब बीन बजाते हुए एक खास रिदम में उसे घुमाता है तो नाग या नागिन भी उस मूवमेंट को देखकर उसे फॉलो कर रहे होते हैं और हमें लगता है कि वे सपेरे के बीन की धुन पर नाच रहे हैं.
सांप के बीन पर नाचने को लेकर ये कहता है विज्ञान
इसके अलावा नाग या नागिन के नाचने के पीछे एक वैज्ञानिक कारण भी है. दरअसल, सपेरे की बीन में कांच के टुकड़े लगे होते हैं और जब उन पर रोशनी पड़ती है तो कांच चमकता है और वह चमक सांप की आंखों तक पहुंचती है. सपेरा जब सांप के काफी पास जाकर बीन बजाता है तो इस चमक से सांप थोड़ा डरता है और इसलिए खुद को बचाने के लिए वह घूमती हुई बीन की रिदम के साथ घूमता है.
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