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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Moon Cycle: चांद को जितना फिल्मों और साहित्य में रोमांटिक अंदाज में पेश किया गया है, उतना कहीं नहीं किया गया. चांद की फिल्मों और साहित्य में अलग ही छवि है. किसी के लिए चांद चंदा मामा है, जिससे वो अकेले में अपना दर्द बांटते हैं, तो किसी को चांद में अपनी प्रेमिका नजर आती है, जिससे वो देर रात बातें करते हैं. हालांकि असल जिंदगी में चांद से जुड़े कई वैज्ञानिक तथ्य हैं जो लोगों को हैरान कर सकते हैं और बहुत से लोग इस बारे में नहीं जानते हैं.
चांद का आकार
आज हम आपको इन्हीं तथ्यों में से एक ऐसे ही तथ्य बताने जा रहे हैं जो चंद्रमा के साइज से जुड़ा हुआ है. अगर आपने कभी चांद को गौर से देखा हो तो पाया होगा कि चांद किसी रात पास दिखाई देता है तो कभी दूर और आज हम इसी के पीछे का कारण जानेंगे. हमें कभी चांद उगने के वक्त बड़े आकार का दिखाई देता है तो किसी दिन बहुत छोटा सा दिखाई देता है. लेकिन क्या आप जानते हैं चांद के इस तरह से आकार बदलने के पीछे क्या वजह है?
मून इल्यूजन के कारण पास दिखता है चांद
वैज्ञानिकों की मानें तो इसके पीछे का कारण मून इल्यूजन है. दरअसल, लोगों को चांद तभी ज्यादा बड़ा लगता है जब वो क्षितिज के पास होता है. ऐसे में चांद पास-दूर या फिर बड़ा-छोटा नहीं होता, वो सिर्फ इल्यूजन की वजह से होता है यानी इंसान चांद को किसी और चीज की तुलना में देखता है तो वो उसे बड़ा या छोटा लगता है.
छोटा-बड़ा दिखेगा चांद
अब अगर आप चांद को किसी रेगिस्तानी इलाके में देखेंगे तो वो आपको बड़ा नजर आएगा क्योंकि वहां कोई इमारत या पेड़ नहीं होता. वहीं अगर चांद के देखने की दिशा में ही कोई पेड़ या इमारत होगी तो तुलना के चलते वो छोटा लगने लगेगा.
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