x
भारत की एडलाइन कैस्टेलिनो (Adline Castelino) को मिस यूनिवर्स 2020 (Miss Universe 2020) में तीसरी रनरअप घोषित किए जाने के कुछ दिनों बाद, एक श्रीलंकाई कलाकार (Sri Lankan artist) ने उनसे प्रेरित एक साड़ी-पहने हुए खूबसूरत गुड़िया बनाई और इस उम्मीद में उसकी फोटो को इंस्टाग्राम पर शेयर किया कि वह इसे जरूर देखेंगी.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | भारत की एडलाइन कैस्टेलिनो (Adline Castelino) को मिस यूनिवर्स 2020 (Miss Universe 2020) में तीसरी रनरअप घोषित किए जाने के कुछ दिनों बाद, एक श्रीलंकाई कलाकार (Sri Lankan artist) ने उनसे प्रेरित एक साड़ी-पहने हुए खूबसूरत गुड़िया बनाई और इस उम्मीद में उसकी फोटो को इंस्टाग्राम पर शेयर किया कि वह इसे जरूर देखेंगी. जो उसने किया भी. एडलाइन कास्टेलिनो ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल से कलाकार की रचना शेयर की है. गुड़िया की ड्रेस प्रतियोगिता में 'नेशनल कॉस्ट्यूम' राउंड के लिए कैस्टेलिनो के पहनावे से प्रेरित थी. एडलाइन कास्टेलिनो ने हाथ से बुनी गुलाबी साड़ी पहनी थी, जो राष्ट्रीय पुष्प कमल से प्रेरित थी. साड़ी को हैदराबाद के रहने वाले श्रवण कुमार (Hyderabad-based Shravan Kummar) ने डिजाइन किया था.
श्रीलंकाई कलाकार निगेशन (Sri Lankan artist Nigeshan) ने कैप्शन में कहा, कि गुड़िया कैस्टेलिनो के लिए "श्रीलंका से प्यार" का प्रतीक थी. उन्होंने कहा, "साड़ी एक पारंपरिक पोशाक है जो पूरे देश को एक साथ बांधती है. भारत के राष्ट्रीय फूल (National flower of India) से प्रेरित सुंदर रंग."
बाद में, एडलाइन ने इस रचना को अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर शेयर किया. कलाकार ने इसके लिए उन्हें धन्यवाद देते हुए कहा, "धन्यवाद रानी @adline_castelinofficial मेरी पोस्ट को साझा करने के लिए. तुमने मेरा दिन बना दिया."
बता दें कि इससे पहले भी कलाकार ने कई सेलिब्रिटी से प्रेरित गुड़िया बनाई हैं और उनकी तस्वीरें इंस्टाग्राम पर पोस्ट की हैं.
एडलाइन कैस्टेलिनो, जो कर्नाटक के उडुपी में पैदा हुईं थीं, उन्होंने मिस यूनिवर्स 2020 के 'नेशनल कॉस्ट्यूम' राउंड के दौरान गहरे गुलाबी रंग की साड़ी पहनी थी. बाद में एक इंस्टाग्राम पोस्ट में, उन्होंने कहा कि साड़ी ने उन्हें सशक्त महसूस कराया.
एक अन्य पोस्ट में, उन्होंने एक साड़ी के महत्व का वर्णन करते हुए कहा, "मेरी राष्ट्रीय पोशाक एक महिला के वास्तविक सार का प्रतीक है."
साड़ी को ड्रेपिंग की 80 अलग-अलग शैलियों के लिए जाना जाता है, कैस्टेलिनो ने कहा, बॉर्डर और पल्लू को 300 साल पुरानी पिचवाई कला रूप को दर्शाते हुए कढ़ाई के साथ बनाया गया था. इसका गुलाबी रंग कमल से प्रेरित था, जो ज्ञान और आध्यात्मिकता का प्रतीक है. उन्होंने कई भारतीय बुनकरों और कारीगरों को भी धन्यवाद दिया जिन्होंने महामारी के दौरान "पांच महीने से ज्यादा" समय तक उनकी पोशाक पर काम किया.
Next Story