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120 साल बाद दिखी मंदारिन बत्तख, पक्षी की तस्वीरों से रंगा पूरा सोशल मीडिया

Triveni
17 Feb 2021 4:21 AM GMT
120 साल बाद दिखी मंदारिन बत्तख, पक्षी की तस्वीरों से रंगा पूरा सोशल मीडिया
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जानवरों से प्यार करने वाले सफारी विजिट से लेकर सोशल मीडिया तक अपना काफी टाइम खूबसूरत जंतुओं को देखने में बिताते हैं.

जनता से रिश्ता वेबडेसक | जानवरों से प्यार करने वाले सफारी विजिट से लेकर सोशल मीडिया तक अपना काफी टाइम खूबसूरत जंतुओं को देखने में बिताते हैं. ऐसे लोगों को हर पल इंतजार रहता है कि वो कुछ नए और रेयर जानवर देख सकें. दुनियाभर के एनिमल लवर्स के लिए बीता हफ्ता बहुत खास रहा क्योंकि हाल ही में असम (Assam) में एक रेयर मंदारिन बत्तख (Mandarin Duck) दिखाई दी. विशेषज्ञों का कहना है कि ये बत्तख यहां पिछली एक सेंचुरी से नहीं देखी गयी है. सोशल मीडिया भी इस खूबसूरत पक्षी की तस्वीरों से रंगा रहा.

खबर के बाहर आते ही इस खूबसूरत रंग-बिरंगी बत्तख की एक झलक पाने के लिए बर्ड वॉचर्स और वाइल्डलाइफ में इंटरेस्ट रखने वाले असम के तिनसुकिया जिले में पहुंचे. खबरों के अनुसार, असम की मागूरी झील में मंदारिन डक करीब 120 साल बाद देखा गया है. इस पक्षी को आखिरी बार 1902 में यहां देखा गया था. फिलहाल विशेषज्ञ पता लगा रहे हैं कि यह पक्षी इतने लंबे अंतराल के बाद कैसे असम तक पहुंचा है.
वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया की एक टीम भी इस बत्तख को देखने वहां पहुंच चुकी है. डिब्रू-साईखोवा नेशनल पार्क के भीतर मागुरी झील में बीते एक सप्ताह से इस दुर्लभ, सुंदर बत्तख को देखने के लिए भारी भीड़ उमड़ रही है.



मंदारिन डक बेहद सुंदर होते हैं. खासकर नर बत्तख को तो उसकी सुंदरता के चलते दूर से ही पहचाना जा सकता है. नर बत्तख मादा की तुलना में अधिक रंगीन होते हैं. यह पक्षी भारत में बहुत कम नजर आते हैं. मंदारिन डक को आखिरी बार तिनसुकिया जिले में रांगागोरा इलाके में डिब्रू नदी के तट पर देखा गया था. यह विलुप्तप्राय प्रजाति का जीव नहीं है, लेकिन इसका यहां पाया जाना महत्वपूर्ण है. इसकी वजह यह है कि आम तौर पर यह इस इलाके में देखने को नहीं मिलता. दुनिया की सबसे सुंदर बत्तख कहे जाने वाले मंदारिन डक की तलाश सबसे पहले स्वीडन के जीव विज्ञानी कार्ल लीनेयस ने 1758 में की थी. यह बत्तख चीन, जापान, कोरिया और रूस के कुछ हिस्सों में भी पायी जाती है.


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