आजकल के युवा इंजीनियरिंग करके बड़े शहरों में 9 से 5 की नौकरी करने के लिए आते हैं. हालांकि अब कई लोगों को यह नौकरी पसंद नहीं आ रही है, क्योंकि 9 से 5 की जॉब में इंसान के पास खुद के लिए टाइम बचता ही नहीं है. इसी से तंग आकर दो इंजीनियर्स ने अपनी नौकरी छोड़ दी और वेज बिरयानी का ठेला लगाने लगे. सबसे चौंकाने वाली बात है उनकी कमाई. इन दोनों इंजीनियर्स की कमाई जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सचिन और रोहित नाम के दो इंजीनियर्स किसी बड़ी कंपनी में काम करते थे. हालांकि वह अपने काम से खुश नहीं थे. इस बीच एक दिन उन्होंने अपना काम छोड़ने का फैसला किया. इसके बाद इंजीनियर्स की इस जोड़ी ने वेज बिरयानी का ठेला लगाना शुरू किया. अब जब दोनों अपनी कमाई के बारे में बताते हैं, तो लोगों को भरोसा नहीं होता है. उनका कहना है कि वेज बिरयानी के ठेले से उन्हें नौकरी से ज्यादा फायदा मिल रहा है.
नहीं पसंद आ रही थी 9 से 5 की नौकरी
इन दोनों इंजीनियर्स अपना वेज बिरयानी का ठेला हरियाणा के सोनीपत में लगाते हैं. पहले दोनों 9 से 5 की नौकरी करते थे, लेकिन वेज बिरयानी का ठेला लगाना उन्हें इंजीनियरिंग की नौकरी से बेहतर लगा. उन्होंने लाखों खर्च करके इंजीनियरिंग की डिग्री ली थी, लेकिन अब इंजीनियरिंग की डिग्री उनके किसी काम की नहीं. अब वह वेज बिरयानी का ठेला लगाकर नौकरी से काफी ज्यादा पैसे कमाते हैं.
सचिन और रोहित ने एक साथ ही अपनी नौकरी शुरू की थी. रोहित पॉलीटेक्निक पढ़कर आए थे, वहीं सचिन ने बी-टेक करने के बाद नौकरी शुरू किया था. हालांकि उन्हें नौकरी से संतुष्टि नहीं मिल रही थी. आखिरकार इन दोनों ने मिलकर अपना खुद का बिजनेस करने के बारे में सोचा. इसके बाद दोनों ने सोनीपत में वेज बिरयानी का ठेला लगाना शुरू किया. दोनों सोनीपत के पॉश इलाके में बिरयानी का ठेला लगाते हैं.
कोई आम बिरयानी नहीं
रोहित और सचिन बताते हैं कि उनकी बिरयानी कोई आम बिरयानी नहीं है. यह बिरयानी ऑयल फ्री होती है. इसके चावल भी काफी अच्छी क्वालिटी के होते हैं. वह 50 रुपये में हाफ और 70 रुपये में फुल प्लेट बिरयानी बेचते हैं. सचिन कहते हैं कि उनकी बिरयानी को डायटिंग करने वाले लोग भी खा सकते हैं. इससे उन्हें अच्छा मुनाफा हो रहा है. अब वह अपना बिजनेस बढ़ाने के बारे में सोच रहे हैं. दोनों अपनी नौकरी से बेहतर रेवेन्यू मिलने की वजह से खुश नजर आते हैं.