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आंखों में क्यों होती है जलन?
कभी आप देर रात जगकर कोई फिल्म देखें या ऑफिस का जरूरी काम करें तो अगले दिन आखों में जलन (Why Do Sleep Deprived People Have Itchy Eyes) होने लगती है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आप पूरी नींद नहीं ले पाए. मगर कम सोने के कारण आंखों में जलन होने का क्या कारण है? क्या आंख में कोई समस्या हो जाती है या इसके पीछे कोई और वजह है? आज हम आपको बता रहे हैं आंखें जलने का वैज्ञानिक कारण जिसके बारे में शायद ही आप जानते होंगे.
दुनिया का कोई भी जीव है, उसके लिए सोना बहुत जरूरी है. इंसान के लिए भी कम से कम 7 घंटे की नींद (Why lack of sleep cause itching in the eyes) लेना जरूरी है. आपको शायद ये भी पता होगा कि अगर इंसान लगातार कई दिनों तक ना सोए तो उसकी मौत भी हो सकती है. यूं तो पर्याप्त नींद का वक्त तय है लेकिन अगर किसी कारण के चलते इंसान कम सोता है तो उसकी आंखों में जलन होने लगती है. ऐसे में इंसान बार-बार अपनी आंखें भी खुजलाता रहता है.
मॉलिक्यूल की वजह से होती है आंखों में जलन
आंखों में होने वाली जलन असल में कॉर्निया में होती है. आंखों की पुतली की ऊपरी परत कॉर्निया कहते हैं जो आंखों की हिफाजत करता है. ये एक बेहद पतली सी लेयर होती है जो गर्दा, गंदगी, बैक्टीरिया या तेज रोशनी को आंखों के अंदर जाने से रोकता है. कॉर्निया हर वक्त यूवी किरणों और ऑक्सीजन के संपर्क में रहता है. कॉर्निया में मौजूद सेल इस ऑक्सीजन को तोड़ता है जिससे Reactive Oxygen Species रिलीज होते हैं. यूवी किरणें इन आरओएस के रिलीज होने की स्पीड को बढ़ा देती हैं. ये असंतुलित ऑक्सीजन युक्त मॉलिक्यूल होते हैं. इससे प्रोटीन, लिपिड और डीएनए डैमेज होता है जो अंत में सेल्स को मारते हैं. कई रिसर्च से ये पता चला है कि कम सोने से शरीर में आरओएस की मात्रा बढ़ जाती है.
इन मॉलिक्यूल से कैसे बचती हैं आंखें
जलन होने का कारण यही ऑक्सीजन युक्त अणु होते हैं. ये मॉलिक्यूल कॉर्निया की सेल को डैमेज कर देते हैं वहीं कम सोने से ये कॉर्निया की सेल को मार देते हैं. अब आप परेशान होंगे कि इस तरह तो आंखें खराब हो जाती होंगी और अगर सेल डैमेज हो जा रही हैं तो बनेंगी कैसे. प्रकृति ने एक तरफ जहां सेल्स को खत्म करने के लिए इन मॉलिक्यूल्स को बनाया है तो दूसरी ओर इन मॉलिक्यूल्स से बचने का भी उपाय हमें दिया है. हमारी आंखों पर मौजूद आंसू की परत विटामिन-सी से बनी होती है. ये कॉर्निया को आरओएस डैमेज से बचाता है. ये परत एंटी ऑक्सीडेंट भी रिलीज करता है जो इन मॉलिक्यूल को तोड़ते हैं.
Tagsवैज्ञानिक
Gulabi Jagat
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