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जानिए आखिर कौन होती थी विषकन्या, इन्हें कैसे किया जाता था तैयार

Gulabi
20 July 2021 4:55 PM GMT
जानिए आखिर कौन होती थी विषकन्या, इन्हें कैसे किया जाता था तैयार
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विषकन्या, नाम तो लगभग सभी ने सुना है लेकिन

विषकन्या, नाम तो लगभग सभी ने सुना है लेकिन इसके बारे में बहुत कम लोगों को ही मालूम होता है. प्राचीन समय में विषकन्या की मौजूदगी की पुष्टि तो नहीं की जाती हालांकि, इतिहास में इनका बहुत जिक्र मिलता है. विकिपीडिया के मुताबिक आचार्य चाणक्य द्वारा लिखी गई अर्थशास्त्र में भी विषकन्या का जिक्र किया गया है. विषकन्याओं के बारे में बताया जाता है कि प्राचीन काल में राजा-महाराजा विषकन्याएं रखते थे. विषकन्या का मुख्य काम राजाओं के प्रमुख दुश्मनों को खत्म करना होता था. राजाओं के दुश्मनों को खत्म करने के लिए विषकन्याओं को जबरदस्त ट्रेनिंग दी जाती थी. पुराने जमाने की विषकन्याओं को आसान भाषा में ह्यूमन वेपन के तौर पर भी समझा जा सकता है, जो अपने हुस्न और अदाओं का इस्तेमाल कर अच्छे-अच्छे योद्धाओं को मौत की नींद सुला देती थीं.

सुंदर और आकर्षक बच्चियों को बनाया जाता था विषकन्या
विषकन्या बनाने के लिए उन बच्चियों को चुना जाता था जो दिखने में बहुत सुंदर और आकर्षक हुआ करती थीं. साम्राज्य की गरीब और अनाथ बच्चियों को विषकन्या बनाने के लिए तैयार किया जाता था. एक साधारण बच्ची को विषकन्या बनाने के लिए कई तरह की बेहद खतरनाक प्रक्रियाओं से गुजरना होता था. बताया जाता है कि एक लड़की को विषकन्या बनाने के लिए उसे छोटी उम्र से ही अलग-अलग रूप में जहर दिया जाने लगता था. समय के साथ-साथ बच्चियों को दिए जाने वाले जहर की मात्रा भी बढ़ा दी जाती थी. ये प्रक्रिया इतनी खतरनाक होती थी कि विषकन्या बनने से पहले ही कई बच्चियों की मौत हो जाती थी और कई बच्चियां विकलांग हो जाती थीं. इसके बाद जो बच्चियां जिंदा रहती थीं और शारीरिक रूप से ठीक होती थीं उन्हें और भी खतरनाक बनाया जाता था.
अपनी सुंदरता और आकर्षण से दुश्मनों को जाल में फंसाती थीं विषकन्या
उपलब्ध जानकारी के मुताबिक एक साधारण लड़की को विषकन्या बनाने के लिए उसे नृत्य-संगीत और साहित्य सिखाया जाता था. इसके अलावा उन्हें मनमोहक और आकर्षक भी बनाया जाता था, जिस पर एक नजर पड़ते ही दुश्मन लट्टू हो जाता था और विषकन्या के जाल में फंस जाता था. एक बच्ची को विषकन्या बनाने की प्रक्रिया के दौरान उन्हें इतना जहर दे दिया जाता था कि उनके स्पर्श मात्र से भी किसी की मौत हो सकती थी. ऐसा नहीं भी हुआ तो उसके साथ चुंबन करने या किसी भी तरह से शारीरिक संबंध बनाने के साथ ही दुश्मन की मौत निश्चित थी. पहले जमाने में राजा-महाराजा विषकन्याओं का इस्तेमाल अपने दुश्मन राजाओं और सेनापति को मारने या फिर गुप्त जानकारी प्राप्त करने के लिए किया करते थे.
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