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जानिए मधुमक्खियों के शहद बनाने से जुड़े रोचक तथ्य

Gulabi
25 May 2021 2:30 PM GMT
जानिए मधुमक्खियों के शहद बनाने से जुड़े रोचक तथ्य
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शहद बनाने से जुड़े रोचक तथ्य

धरती पर मौजूद मधुमक्खियां (Honey Bees) करोड़ों साल से शहद (Honey) बनाने का काम कर रही हैं. मधुमक्खियों द्वारा बनाया जाने वाले शहद के अपने अनोखे फायदे हैं जो हमें कई तरह के फायदे पहुंचाते हैं. शहद कई प्रकार के पोषक तत्वों, खनिजों और विटामिन से भरपूर होता है. शहद की सबसे खास बात ये है कि इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण भी होते हैं, जो कई प्रकार की परेशानियों से राहत दिलाने में सहायक होते हैं. इंसान को ये नायाब तोहफा देने वाली मधुमक्खियां एक चम्मच शहद बनाने में अपना पूरा जीवन लगा देती हैं. आज हम आपको मधुमक्खियों से जुड़े कुछ जबरदस्त और रोचक तथ्य बताने जा रहे हैं, जिनके बारे में आप शायद ही जानते होंगे.


धरती पर मधुमक्खियां करोड़ों साल से रह रही हैं और शहद बना रही हैं.
धरती पर मधुमक्खियों की 20 हजार से भी ज्यादा प्रजातियां हैं, जिनमें से केवल 5 प्रजातियों की मधुमक्खियां ही शहद बनाती हैं.
एक छत्ते में 50 हजार तक की संख्या में मधुमक्खियां हो सकती हैं. इनका छत्ता मोम से बना होता है, जो उनके पेट की ग्रंथियों से ही निकलते हैं.
एक छत्ते में सिर्फ तीन प्रकार की मधुमक्खियां रहती हैं. छत्ते में हजारों की संख्या में मादा मधुमक्खियां रहती हैं. इनके अलावा इनमें सैकड़ों नर मधुमक्खी (ड्रोन्स) और सिर्फ एक रानी मधुमक्खी होती है.
छत्ते में रहने वाली मादा मधुमक्खियों को वर्कर कहा जाता है क्योंकि ये मधुमक्खियां ही शहद बनाने का काम करती हैं. नर मधुमक्खी, रानी मधुमक्खी के साथ केवल संबंध स्थापित करने के लिए होते हैं.
आपको जानकर हैरानी होगी कि छत्ते में रहने वाले सैकड़ों नर मधुमक्खी रानी को गर्भवती करने का प्रयास करते हैं लेकिन इनमें से केवल एक नर ही इस काम में सफल हो पाता है.
छत्ते में रहने वाली केवल रानी मधुमक्खी ही अंडे देती है. यह एक दिन में 2000 से भी ज्यादा अंडे देती है. गर्मियों के समय प्रजनन के समय ये संख्या 2500 तक भी पहुंच सकती है.
मधुमक्खी का जीवन यूं तो अधिकतम एक महीने का होता है लेकिन मधुमक्खियों की रानी कई साल तक जीवित रह सकती है. इसका वजन और आकार बाकी मधुमक्खियों से बड़ा होता है.
एक मधुमक्खी अधिकतम 25 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ सकती है. यह एक सेकेंड में 200 बार अपने पंख फड़फड़ाती है.
मधुमक्खियों की सूंघने की क्षमता इंसान से भी ज्यादा होती है. एक मधुमक्खी अपने पूरे जीवन में एक चम्मच का 12वां हिस्सा शहद ही बना पाती है.
मधुमक्खियों को एक पाउंड (454 ग्राम) शहद बनाने के लिए 55 हजार मील (88514 किलोमीटर) की दूरी तय करनी पड़ती है. जिसे हम कुछ ही हफ्तों में खाकर खत्म कर देते हैं.


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