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जानिए दक्षिण अफ्रीका के Great White Sharks को खाने वाले जीव के बारे में

Gulabi
19 Nov 2020 11:53 AM GMT
जानिए दक्षिण अफ्रीका के Great White Sharks को खाने वाले जीव के बारे में
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ग्रेट व्हाइट शार्क महासागरों के जैवमंडल (ecosystem) में शीर्ष के शिकारी जीव माने जाते हैं

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। ग्रेट व्हाइट शार्क (Great White shark) महासागरों के जैवमंडल (ecosystem) में शीर्ष के शिकारी जीव (Predators) माने जाते हैं. लेकिन दक्षिण अफ्रीका (South Africa) के केपटाउन (Cape Town)तट के पास ये जीव समुद्र में ही गायब हो रहे हैं और इसकी वजह कोई इंसानी गतिविधि नहीं या जलवायु परिवर्तन (Climate change) का सीधा असर नहीं, बल्कि यह बताया जा रहा है कि एक अन्य जीव इनका शिकार कर रहे हैं. एक सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक इन शार्क के गायब होने के पीछे किलर व्हेल (Killer whales) का हाथ है. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Pixabay)

सफेद शार्क (White Shark) का आकार छह मीटर से ज्यादा का होता है और इनके मुंह में 300 से ज्यादा नुकीले दांत (Sharp teeth) होते हैं .ये गहरे समुद्र में 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से यात्रा कर सकते हैं और 250 मीटर की दूरी से ही अपने शिकार (Prey) को सूंघ लेते हैं. ऐसे में किसी अन्य जीव का इनको खा जाना हैरान कर देने वाला लगता है , लेकिन दक्षिण अफ्रीका (South Africa) की सरकार की रिपोर्ट में ऐसा ही कुछ बताया गया है.

इन शार्क (White Sharks) के केपटाउन (Cape Town) के फाल्स बे और गेन्सबाई इलाके से गायब होने की वजह दूसरे कारणों के साथ अवैध शिकार (Illegal Hunting) और अधिक मछली पकड़ने (OverFishing) की गतिविधि को माना गया था. लेकिन दक्षिणी अफ्रीकी सरकार द्वारा गठित 9 सदस्यीय स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की टीम ने सुझाया कि इसकी वजह ओर्कास यानि किलर व्हेल हैं.

किलर व्हेल (Killer Whale) का एक जोड़ा साल 2015 में इन इलाकों में देखा गया था. शोधकर्ताओं का कहना है कि उन्होंने ऐसे प्रमाण जुटाए हैं जिससे किलर व्हेल के सफेद शार्क (White Shark) के शिकार (Killing) का संबंध स्पष्ट हुआ. 2017 में ही गैन्सबाई इलाके में किलर व्हेल द्वारा मारे गए पांच सफेद शार्क के अवशेष पाए गए थे. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Pixabay)

मरीन बायोलॉजिस्ट और शोधकर्ता एलिसन कॉक ने रिपोर्ट के प्रस्तुतिकरण के दौरान बताया कि इसी प्रकार एक और शार्क (White shark) समुद्री तट पर इस साल मरी पाई गई थी और इस तरह की और भी हो सकती हैं. हर बार जब भी यह होता है तो व्हाइट शार्क की संख्या दिखाई देना कम हो जाती है. कॉक कहना है कि उनकी टीम के पास अभी सभी सवालों के जवाब नहीं हैं.

ग्रेट व्हाइट शार्क दक्षिण अफ्रीका में बहुत बड़ा पर्यटन का आकर्षण का केंद्र हैं लोग उन्हें नावों से या फिर समुद्र में डुबोई गए पिंजरों में से देखना पसंद करते हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि इन घटनाओं से शार्क डाइविंग उद्योग को भारी नुकसान हुआ है और इससे सैंकड़ों पर्यटकों में निराशा है जो इन विशाल शिकारियों के देखने की उम्मीद से यहां आते हैं

वैसे तो दक्षिण अफ्रीका (South Africa) के तटीय इलाकों में रहने वाली सफेद शार्क (White Shark) का सटीक संख्या ज्ञात नहीं हैं लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि साल 2017 से इनमें काफी कमी आई है. जब 2017 में ये कम दिखाई देने लगीं तो इनकी संख्याओं पर ध्यान देना शुरू किया गया. साल 2018 में 50 मौकों पर इन शार्क को देखा गया था, लेकिन साल 2020 में ऐसा एक भी मौका नहीं मिला जब ये दिखी हों.

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