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अगर हौसले बुलंद हो तो कोई भी मंजिल दूर नहीं लगती. सेना के एक जवान ने ये कहावत चरितार्थ की है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | अगर हौसले बुलंद हो तो कोई भी मंजिल दूर नहीं लगती. सेना के एक जवान ने ये कहावत चरितार्थ की है. सेना के जवान नाइक वेलू पी (Army Soldier Naik Velu P) ने कश्मीर से कन्याकुमारी तक 4300 किलोमीटर लंबी दूरी (Kashmir to Kanyakumari 4300 km long run) की दौड़ शुरू की.वेलू का मकसद इस ऐतिहासिक सफर को पूरा कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (Guinness Book of World Records) बनाने का है. वेलू रोज 70 से 100 किलोमीटर दौड़ लगाएंगे और 50 दिन में लक्ष्य हासिल करने की कोशिश करेंगे.
वेलू अपना 30वां जन्मदिन बेहद यादगार बनाने के कश्मीर से कन्याकुमारी तक की यात्रा दौड़कर पूरी करने के लिए निकले हैं. वेलू का मकसद इस रेस के साथ अपना नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल करने का है. वह 50 दिन के भीतर 4,300 किमी की दूरी तय करेंगे. पिछले साल जून में भारतीय सैनिक वेलू पहले ऐसे भारतीय अल्ट्रा-रनर बने थे, जिन्होंने 1600 किलोमीटर की दूरी सिर्फ 17 दिन में तय की थी.
वेलू की यह उपलब्धि एशियाई रिकॉर्ड में शामिल होने की प्रक्रिया में है. अल्ट्रा-रनर उसे कहा जाता है, जो पारंपरिक मैराथन से ज्यादा किलोमीटर की दूरी दौड़ते हैं. उधमपुर में सेना के पीआरओ लेफ्टिनेंट कर्नल अभिनव नवनीत ने कहा कि वेलू कश्मीर से कन्याकुमारी के बीच 4300 किलोमीटर की दूरी सिर्फ 50 दिन में पूरा करके गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की कोशिश कर रहे हैं.वेलू ने यह बड़ी यात्रा शुक्रवार को श्रीनगर के 92 बेस अस्पताल से शुरू की.
वेलू का जन्मदिन 21 अप्रैल को है. वेलू का जोश बढ़ाने के लिए 5 किलोमीटर तक लोगों ने हाथ में तिरंगा लेकर उनके साथ दौड़ लगाई. कश्मीर से कन्याकुमारी तक हजारों किलोमीटर की दूरी को सिर्फ 50 दिनों में तय करने के लिए वेलू रोजाना 70-100 किलोमीटर तक दौड़ेंगे और कई बड़े राज्यों, शहरों और कस्बों से होकर गुजरेंगे.
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