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भारत का सबसे अनोखा रेलवे स्टेशन! यहां टिकट मिलता है महाराष्ट्र में और ट्रेन चढ़ना पड़ता है गुजरात

Gulabi
21 Feb 2021 6:43 AM GMT
भारत का सबसे अनोखा रेलवे स्टेशन! यहां टिकट मिलता है महाराष्ट्र में और ट्रेन चढ़ना पड़ता है गुजरात
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भारतीय रेलवे से जुड़े ऐसे कई किस्से ऐसे है जिन्हें सुनकर हम हैरान रह जाते हैं. इनके स्टेशनों से जुड़े तथ्य काफी रोचक होते है

भारतीय रेलवे से जुड़े ऐसे कई किस्से ऐसे है जिन्हें सुनकर हम हैरान रह जाते हैं. इनके स्टेशनों से जुड़े तथ्य काफी रोचक होते है. जिनके बारे में बहुत कम लोगों को ही पता हैं. इसी कड़ी में आज हम आपको भारत के सबसे अनोखे रेलवे स्टेशन की कहानी बताने जा रहे हैं. जिसका आधा हिस्सा महाराष्ट्र में पड़ता है तो वहीं आधा हिस्सा गुजरात में है.


दो राज्यों के बीच बांटा है ये स्टेशन
हम बात कर रहे हैं 'नवापुर रेलवे स्टेशन' के बारे में. ये गुजरात-महाराष्ट्र की सीमा को छूने वाला यह देश का इकलौता रेलवे स्टेशन है. इस स्टेशन पर एक ऐसी बेंच रखी हुई है. जिसका आधा हिस्सा महाराष्ट्र और आधा भाग गुजरात में है. इस बेंच पर लोगों को काफी ध्यान से बैठना होता है क्योंकि दिशा बदलते ही आप एक राज्य से दूसरे राज्य में पहुंच जाते हैं.
टिकट कटता है महाराष्ट्र में तो स्टेशन मास्टर बैठते हैं गुजरात में
जानकारी के लिए बता दें कि इस स्टेशन पर यात्रियों को टिकट लेने के लिए महाराष्ट्र जाना पड़ता है तो वहीं ट्रेन गुजरात से चलती हैं. इतना ही नहीं इस स्टेशन पर चार अलग-अलग भाषाओं रेलवे एनाउंसमेंट होता है, ताकि महाराष्ट्र और गुजरात दोनों राज्यों से आने वाले यात्रियों को समझने में आसानी हो. इसके अलावा सूचनाएं भी चार भाषाओं में लिखी जाती हैं.

इस स्टेशन पर जब कोई ट्रेन आती है और रुकती है तो इसका पूरा हिस्सा एक राज्य में नहीं पड़ता. सूरत-भुसावल लाइन पर स्थित इस स्टेशन पर यदि ट्रेन भुसावल की ओर जा रही है तो इंजन महाराष्ट्र में जबकि गार्ड डिब्बा गुजरात में रहता है. यदि ट्रेन सूरत की तरफ जा रही है तो इंजन गुजरात में रहती है तो गार्ड वाला डिब्बा महाराष्ट्र में.

अलग-अलग राज्यों के कानून
इस रेलवे स्टेशन की सबसे अजीब बात है दोनों की सीमाओं में लागू होने वाले अलग-अलग कानून. जी हां बिल्कुल सही पढ़ा आपने गुजरात में शराब की बिक्री पर रोक है, तो महाराष्ट्र में पान मसाला और गुटखा पर. ऐसे में स्टेशन पर गुजरात वाले भाग में गुटखे की बिक्री पर अपराध नहीं बनता, लेकिन अगर गलती से भी कोई इसे बेचते-बेचते महाराष्ट्र की सीमा पर चला गया तो अपराधी हो जाता है.

ठीक वैसे ही महाराष्ट्र में शराब और बीयर की बिक्री की जा सकती है, लेकिन गुजरात में यह बैन है. अगर गुजरात वाले भाग में कोई ऐसा करते हुए पाया जाता है तो वह अपराधी हो जाता है. अक्सर ऐसा देखा गया है कि दूसरे राज्य की सीमा में क्राइम करने के बाद अपराधी दूसरे राज्य के भाग में प्रवेश कर जाता है. ऐसी स्थिति में यहां पुलिस और अपराधियों के बीच आंख-मिचौली का खेल देखने को मिलता है.

क्यों है ये स्टेशन अनोखा
इस रेलवे स्टेशन की कहानी इसलिए अजीब है क्योंकि जब यह स्टेशन बना था, तब महाराष्ट्र और गुजरात का बंटवारा नहीं हुआ था. उस समय नवापुर स्टेशन संयुक्त मुंबई प्रांत में पड़ता था, लेकिन एक मई 1961 को जब मुंबई प्रांत का बंटवारा हुआ तो यह दो राज्यों महाराष्ट्र और गुजरात में बंट गया. इस बंटवारे में नवापुर स्टेशन दोनों राज्यों के बीच आ गया और तब से इसकी एक अलग ही पहचान है.


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