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आज के वक्त में जब आप बाहुबली या फिर इंटरस्टेलर जैसी कोई साइंस फिक्शन मूवी देखते हैं तो उसके ग्राफिक्स (how graphics were made earlier viral video) और कमाल के स्पेशल इफेक्ट्स से हैरान जरूर होते होंगे
आज के वक्त में जब आप बाहुबली या फिर इंटरस्टेलर जैसी कोई साइंस फिक्शन मूवी देखते हैं तो उसके ग्राफिक्स (how graphics were made earlier viral video) और कमाल के स्पेशल इफेक्ट्स से हैरान जरूर होते होंगे. मगर क्या आपने कभी सोचा है कि इनको बनाना कितना मुश्किल काम होता है. ग्राफिक डिजाइनर्स घंटों कंप्यूटर पर डिजाइन करते हैं तब जाकर ऐसे इफेक्ट्स (How special effects made in older times) तैयार हो पाते हैं. अब जरा सोचिए कि जिस जमाने में कंप्यूटर ही नहीं था, तब कैसे डिजाइनिंग का काम किया जाता रहा होगा! इस बात का जवाब एक वायरल वीडियो (special effects and graphics of earlier times) दे रहा है जो आपको हैरान कर देगा.
वर्ल्ड ऑफ हिस्ट्री नाम के एक ट्विटर अकाउंट पर हाल ही में एक वीडियो (graphic design tricks viral video) पोस्ट किया गया है जिसमें दिखाया गया है कि गुजरे वक्त में स्पेशल इफेक्ट्स (special effects of earlier time) कैसे दिए जाते थे. तब आज की तरह ना ही कंप्यूटर होते थे और ना ही तकनीक से जुड़ी अलग-अलग मशीनें थीं जो ग्राफिक्स बनाने में मदद कर दें. ऐसे में लोगों को खुद से ही ग्राफिक्स पर काम करना पड़ता था. इस वीडियो में आपको समझ आएगा कि पहले के फिल्ममेकर्स कितने जुगाड़ू रहे होंगे.
पुराने वक्त में ऐसे बनते थे स्पेशल इफेक्ट्स
वीडियो में बताया गया है कि इतिहास के स्पेशल इफेक्ट्स कैसे होते थे. शुरुआत में एक महिला तीन लोहे की डंडियों पर बने डिस्क पर धुआं पैदा करती नजर आ रही है. धुएं का रंग भी एक दूसरे से काफी अलग है. एक में लाल, एक में नीला तो एक में सफेद धुआं उठ रहा है. इसके बाद वो खिलौने वाले इंजन को कैमरे के सामने इस तरह लाकर रख देती है कि देखने पर लग रहा है जैसे धुआं इंजन से निकल रहा है मगर हकीकत ये है कि वो उसके पीछे से उठ रहा है. इसके अगले भाग में एक शख्स एक्वेरियम के अंदर रंग डालता दिख रहा है जो पानी में जाते ही फैल जा रहा है. यही फैलता हुआ रंग सूर्य पर होने वाले विस्फोट की तरह दिखाया गया है. सबसे मजेदार तो है वो क्लिप जिसमें एक डायनासोर जमीन पर लेटा नजर आ रहा है और उसके ऊपर दो लोग चढ़ रहे हैं. अचानक एक शख्स डायनासोर में रंग भरने लगता है तो समझ आता है कि ऊपर चढ़े शख्स दूर खड़े हैं जबकि वो डायनासोर भी खिलौने जैसा छोटा सा है.
वीडियो पर लोगों ने दी प्रतिक्रिया
इस अनोखे वीडियो को 3 लाख के करीब व्यूज मिल चुके हैं. कई लोगों ने कमेंट कर अपनी प्रतिक्रिया दी है. एक ने कहा कि ये दर्शाता है कि सिनेमा बनाना एक तरह का आर्ट है. एक शख्स ने कहा कि स्पेस वाला सीन तो नासा की फोटोज से ज्यादा खास है. वहीं एक ने कहा कि ये आज के वक्त से भी बेहतर लग रहा है.
Special effects in past.pic.twitter.com/EcamnC1J3x
— World Of History (@TalatBanday) July 25, 2022

Ritisha Jaiswal
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