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अमेरिका में करीब 105 साल पहले हाथी को दी गई थी सरेआम फांसी, वजह जानकर रह जाओगे हैरान, जानिए

Admin4
17 Aug 2021 12:08 PM GMT
अमेरिका में करीब 105 साल पहले हाथी को दी गई थी सरेआम फांसी, वजह जानकर रह जाओगे हैरान, जानिए
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किसी जानवर को फांसी की सजा दी गई हो ऐसा आज तक नहीं सुना होगा. अगर नहीं तो आज हम आपको एक ऐसे हाथी के किस्से के बारे में बताने जा रहे हैं. जिसे अमेरिका में करीब 105 साल पहले सरेआम फांसी पर लटका दिया गया था.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क :- दुनिया में ऐसा कोई देश नहीं होगा जहां नियम और कानून कायदे न बनाए गए हों. किसी-किसी देश का कानून तो इतना खतरनाक है कि सुनने के बाद ही रूह कांप जाती है. प्रत्येक देश में अपराधियों को सजा देने के लिए नियम-कानून बनाए गए हैं. हालांकि किसी जघन्य अपराध के लिए ही अपराधी को मौत की सजा देने का प्रावधान है. आपने अब तक तमाम लोगों को फांसी की सजा देने के बारे में तो सुना होगा, लेकिन किसी जानवर को फांसी की सजा दी गई हो ऐसा आज तक नहीं सुना होगा. अगर नहीं तो आज हम आपको एक ऐसे हाथी के किस्से के बारे में बताने जा रहे हैं. जिसे अमेरिका में करीब 105 साल पहले सरेआम फांसी पर लटका दिया गया था.

जी हां यह सुनने में भले ही आपको अजीब लगे, लेकिन यह हकीकत है. आज से 105 साल पहले 13 सितंबर 1916 को अमेरिका के टेनेसी राज्य में मैरी नाम के एक हाथी को फांसी दी गई थी. इस दौरान दो हजार लोग मौजूद थे. हाथी को फांसी देने की सजा के पीछे बहुत अजीब कहानी है.
दरअसल, चार्ली स्पार्क नाम का एक व्यक्ति टेनेसी में 'स्पार्क्स वर्ल्ड फेमस शो' नाम का एक सर्कस चलाता था. उस सर्कस में कई जानवर थे, जिसमें मैरी नाम का एक एशियाई हाथी भी था, बताया जाता है कि एक दिन मैरी के महावत ने किसी वजह से सर्कस छोड़ दिया. उसके बाद सर्कस के मालिक ने उसकी जगह पर एक दूसरे महावत को रख लिया. ऐसे में नए महावत को हाथी मैरी के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी. साथ ही मैरी ने भी महावत के साथ ज्यादा समय नहीं बिताया था. इसलिए मैरी को कंट्रोल करने में महावत को परेशानी होने लगी.
इस वजह से दी गई हाथी को फांसी
इसी बीच एक दिन सर्कस के प्रमोशन के लिए शहर में परेड का आयोजन किया गया, जिसमें मैरी समेत सारे जानवर और सर्कस के सभी कलाकार शामिल हुए. शहर के बीचों-बीच परेड निकाली गई. इस दौरान रास्ते में मैरी को कुछ खाने की चीज दिखी, जिसके लिए वह तेजी से आगे बढ़ने लगा. इस दौरान हाथी पर सवार महावत ने उसके कान के पीछे गर्दन पर भाला घोंप दिया, जिससे हाथी गुस्से में आ गया और उसने महावत को नीचे गिरा दिया. उसके बाद हाथी ने अपने पैरों से उसे कुचल दिया. जिससे महावत की मौके पर ही मौत हो गई.
यह घटना देख लोगों की भीड़ इधर-उधर भागने लगी. इस घटना से दुखी कुछ लोगों ने हाथी को मारने के नारे लगाते हुए सड़कों पर हंगामा शुरू कर दिया था. पर उस समय यह मामला जैसे-तैसे शांत हो गया था. लेकिन शहर के ज्यादातर लोग और सर्कस कंपनी के मालिक चार्ली स्पार्क भी लोगों के साथ हाथी को मृत्युदंड देने की मांग करने लगे. इस घटना के अगले ही दिन अमेरिका के अखबारों ने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना को खासतौर पर जगह दी. जिसके बाद यह खबर तेजी से पूरे शहर में फैल गई.
शहर के लोग सर्कस के मालिक चार्ली स्पार्क से हाथी मैरी को मृत्युदंड देने की मांग करने लगे. साथ ही उन्होंने धमकी भी दी कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो वो शहर में फिर कभी सर्कस नहीं होने देंगे. कई लोगों ने कई तरह से हाथी को मारने की बात कही. आखिरकार लोगों की जिद के आगे चार्ली स्पार्क को झुकना पड़ा और उन्होंने मैरी (हाथी) को मृत्युदंड देने का फैसला किया. इसके लिए उन्होंने 100 टन का वजन उठाने वाली एक क्रेन मंगवाई और 13 सितंबर 1916 को क्रेन की मदद से हाथी को हजारों लोगों के बीच फांसी पर लटका दिया गया. इस घटना को इतिहास में जानवरों के प्रति मानवता का सबसे क्रूर उदाहरण माना जाता है.


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