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अभेद्य सिक्योरिटी सिस्टम! पुतिन के खाने से पहले चखा जाता है भोजन, दुश्मन को चकमा देने को हर वक्त तैयार रहते हैं हमशक्ल

Gulabi
7 March 2022 5:01 AM GMT
अभेद्य सिक्योरिटी सिस्टम! पुतिन के खाने से पहले चखा जाता है भोजन, दुश्मन को चकमा देने को हर वक्त तैयार रहते हैं हमशक्ल
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पुतिन के खाने से पहले चखा जाता है भोजन
रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध (Russia Ukraine War News) में यूक्रेनियन राष्ट्रपति जेलेंस्की (Ukrainian President Zelensky) कई बार दावा कर चुके हैं कि उन्हें मारने के लिए रूस ने सैकड़ों किलर्स कीव की सड़कों पर छोड़ रखे हैं. यूक्रेन की ओर से भी एक व्यवसायी ने व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) की हत्या पर इनाम तक घोषित कर दिया. हालांकि पुतिन तक पहुंचना बिल्कुल भी आसान नहीं है क्योंकि उनका सिक्योरिटी सिस्टम (Russian President's Security System) अपने आपमें बिल्कुल अलग है.
पुतिन के सुरक्षा सिस्टम में कई लेयर्स हैं, जिन्हें पार करके ही उन तक पहुंचा जा सकता. पुतिन की सुरक्षा के लिए उनके बॉडीगार्ड्स की चील जैसी नज़र और आस-पास घूमते सुरक्षा अधिकारियों की नज़र से अगर कोई बच भी गया तो पकड़े जाने पर एक मिनट में 40 साउंड फायर करने वाली मशीन गन उसके चीथड़े उड़ा देंगी.
हथियारों के जखीरे के साथ तेज़-तर्रार बॉडीगार्ड
Daily Star के मुताबिक पुतिन के सुरक्षा बेड़े में उनके सबसे बेहतरीन बॉडीगार्ड मौजूद होते हैं, जो ऑपरेशनल सायकॉलजी के साथ-साथ ताकतवर होते हैं. उनके अंदर सर्दी-गर्मी सहने की अभूतपूर्व क्षमता होती है. इनके पास 9 एमएम SR-1 Vektor पिस्टल होती हैं. चार स्तर की फिजिकल सिक्योरिटी को भेदकर ही कोई पुतिन तक पहुंच सकता है. पुतिन के सभी बॉडीगार्ड 35 साल से कम उम्र के होते हैं, जब वे लोगों के बीच जाते हैं तो कुछ स्पेशल यूनिट्स सिविल ड्रेस में उनके आस-पास रहती है. ये हमेशा खतरे को भांपने वाली निगाहों से इधर-उधर देखते रहते हैं. इनके पास बुलेटप्रूफ ब्रीफकेस और केवलर अम्ब्रेला होते हैं, जो रूसी राष्ट्रपति को किसी भी तरह की गोली से बचा लेंगे. इनके पास 9 एमएम गुर्जा पिस्टल होती है, जो मिनट भर में 40 राउंड फायर कर सकती है.
पुतिन के खाने से पहले चखा जाता है भोजन
अगर पुतिन की चार स्तर की सुरक्षा फेल भी हो जाए तो उनके पीछे एक हथियारबंद कार एस्कॉर्ट होता है, जिसमें अत्याधुनिक हथियारों के साथ सैनिक मौजूद होते हैं. पुतिन के हमशक्ल और बॉडीडबल भी उनके साथ होते हैं, ताकि किसी को भी बेवकूफ बनाया जा सके. किसी भी विदेश दौरे से पहले उनकी क्रैक टीम जाकर होटल और अन्य जगहों की चेकिंग करती है. इस पूरे सिक्योरिटी सिस्टम में 50 हज़ार कर्मचारी काम करते हैं. Club des Chefs des Chefs के संस्थापक के मुताबिक उन्हें कोई भी खाना बिना चखे नहीं सर्व किया जाता. टेलीग्राफ ने साल 2012 में बताया था कि क्रैमलिन में भी एक डॉक्टर शेफ के साथ मिलकर सारी डिशेज़ चेक करते हैं, तब जाकर पुतिन को परोसा जाता है.
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