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जरा हटके: चेहरे की रंग बढ़ाने के लिए लोग फेस मास्क, शीट मास्क का उपयोग करते हैं. पार्टी में जाना हो या शादी में या फिर ऑफिस के किसी फंक्शन में, लड़कियों-महिलाओं के बीच ये नया ब्यूटी प्रोडक्ट खूब पॉपुलर हो रहा है. यही वजह है कि लगभग सभी ब्यूटी ब्रैंड्स ने मार्केट में अपने-अपने शीट मास्क उतार दिए हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि दुनिया पहला फेस मास्क कैसे बना? आप जानकर हैरान होंगे कि दुनिया के पहले फेस मास्क में भारतीय गोंद का उपयोग किया गया था. लेकिन यह कहां बना, इसका इस्तेमाल कैसे हुआ, और आज किसी मास्क की दुनिया दीवानी है, आइए जानते हैं इसके बारे में…
शीट मास्क कोई नई बात नहीं है. विक्टोरियन काल यानी 19वीं सदी में भी यह बहुत लोकप्रिय था. ब्यूटीफुल विद ब्रेन्स की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया का पहला फेशियल मास्क 19वीं सदी में 51 साल की अमेरिकी महिला मैडम हेलेन एम राउली (Madame Rowley) ने बनाया था. आप जानकर दंग रह जाएंगे कि उस वक्त इसे ‘टॉयलेट मास्क’ या ‘फेस ग्लव’ नाम दिया गया. यह मास्क नरम और काफी लचीला था, जो लचीले भारतीय रबर से बना था. महिलाएं उन्हें सोने से पहले पहनती थीं और सुबह उतार देती थीं.
यह चेहरे की रंगत बदल देता था, लेकिन इसे लगाने में काफी मशक्कत होती थी. क्योंकि हफ्ते में तीन दिन-तीन रात इसे लगाना होता था. इंट्रेस्टिंग बात यह है कि रोवले ने इसे बनाने में भारतीय गोंद का इस्तेमाल किया था. शीट मास्क का मूल काम आपकी स्किन को रिलैक्स करना, हाइड्रेट करना और नरिश करना है. यह आपकी स्किन में नमी और पोषण पहुंचाता है. इससे चेहरे की रंगत बिल्कुल अलग नजर आती है. मैडम राउली ने 1875 में इसका पेटेंट कराया था. इसका मकसद रोम छिद्रों को खोलना था ताकि ब्लड सर्कुलेशन ठीक तरीके से हो. इससे फोड़े-फुंसियां और धब्बे आसानी से ठीक हो जाते थे. इसके बाद यूरोप में कई महिलाएं फेस मास्क बनाने लगीं. नैनेट एमर्सन फ़्रेंच नाम की एक महिला ने डबल लेयर्ड टॉयलेट मास्क बनाया, जिसमें 2 परतें होती थीं. बाहरी परत सूती, लिनन, रेशम, चमड़े या रबर जैसे लचीले कपड़ों से बनी होती थी जबकि अंदर की परत मेडिकेटेड फैब्रिक से तैयार की जाती थी.
आज मार्केट में तमाम तरह के शीट मास्क आ गए हैं, लेकिन कोरियन रबर फेस मास्क (Korean Rubber Face Mask)की डिमांड खूब है. रबर टेक्सचर वाले इस फेस मास्क की मदद से स्किन (Skin) को आसानी से हाइड्रेट तो किया ही जा सकता है. यह किसी भी तरह की स्किन प्राब्लम को आसानी से ठीक कर देता है. यह आपकी स्किन को क्लीन करता है और हाइड्रेटेड बनाए रखता है. सामान्य मास्क की तुलना में अपने वेट से 20 गुना ज्यादा पानी सोखता है और पानी में मिलने के बाद क्ले और जेली जैसा बन जाता है.
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Manish Sahu
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