x
इन देशों में भी बोली जाती है हिंदी
भारत में एक बड़ी आबादी हिंदी बोलती है. करीबन देश की 75 फीसदी आबादी हिंदी बोलने योग्य है. वहीं, दुनियाभर में आठ करोड़ लोग ऐसे हैं, जो हिंदी बोलते और समझते हैं. ऐसे में आइए उन मुल्कों के बारे में जाना जाए. जहां हिंदी बोली जाती है.
फिजी: फिजी की लगभग 38 फीसदी आबादी भारतीय मूल की है और हिंदी बोलने वालों की संख्या भी बहुत अधिक है. फिजी एक द्वीपीय देश है जो कई द्वीपों से बना है. बड़ी संख्या में भारतीय पर्यटक फिजी घूमने जाते हैं जहां लोग फिजी संग्रहालय, कोलो-ए-सुवा, श्री सुवा सुब्रमण्य मंदिर, सिगाटोका रेत के टीले आदि देख सकते हैं. यह हिंदी भाषी देशों में से एक है, क्योंकि अंग्रेज यहां भारतीयों को गन्ने की खेती के लिए लेकर आए थे.
मॉरीशस: मॉरीशस हिंद महासागर में स्थित एक द्वीपीय देश है. यहां बड़ी संख्या में भारतीय रहते हैं. लगभग तीन शताब्दियों तक, यह ब्रिटिश, डच और फ्रांसीसी लोगों के अधीन रहा है. अंग्रेजों के जमाने में भारत से दासों को यहां काम के लिए ले जाया जाता था.
सिंगापुर: 500 साल पहले सिंगापुर को ग्रेटर इंडिया का हिस्सा माना जाता था. यहां बड़ी संख्या में भारतीय समुदाय के लोग रहते हैं. इस देश में तमिल भाषा को राजभाषा का दर्जा प्राप्त है और यहां भी हिंदी भाषा बोलने वाले लोगों की संख्या भी काफी अधिक है. सिंगापुर भारतीय पर्यटकों के लिए एक प्रमुख पर्यटन स्थल भी है.
नेपाल: नेपाल में हिंदी भाषियों की संख्या बहुत अधिक है. इसे समझने वाले भी बड़ी संख्या में नेपाल में रहते हैं. यहां आपको हिंदी में बात करने में परेशानी नहीं होगी. यहां बॉलीवुड फिल्मों और भारतीय चैनलों को प्राथमिकता दी जाती है. नेपाल में भारतीय पर्यटकों की संख्या भी अच्छी है. यहां आप काठमांडू, नगरकोट, भक्तपुर, सागरमाथा नेशनल पार्क, चितवन नेशनल पार्क आदि जा सकते हैं.
पाकिस्तान: बंटवारे के पहले तक पाकिस्तान भारत का ही हिस्सा हुआ करता था. भले ही पाकिस्तान में आज के समय उर्दू और अंग्रेजी आधिकारिक भाषा है. लेकिन लोग यहां पर हिंदी, पंजाबी, सिंधी, पश्तो, बलूची जैसी भाषाएं भी बोलते हैं.
दक्षिण अफ्रीका: भारत पर शासन के दौरान दक्षिण अफ्रीका में भी अंग्रेजों का शासन था. अंग्रेजों ने बड़ी संख्या में भारतीयों को ले जाकर यहां बसाया. दक्षिण अफ्रीका में भले ही अंग्रेजी और अफ्रीकी आधिकारिक भाषाएं हैं. लेकिन हिंदी कई अन्य क्षेत्रीय भाषाओं के साथ बोली जाती है.
Next Story