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Covid-19 की महामारी के बाद से सभी वाहन निर्माता कंपनियां अपने खर्चे को कम करने में लगी हुई हैं. लेकिन
Covid-19 की महामारी के बाद से सभी वाहन निर्माता कंपनियां अपने खर्चे को कम करने में लगी हुई हैं. लेकिन खर्चे को कम करने के लिए एक कार कंपनी ने ऐसा तरीका निकाला है जो बेहद चौकाना वाला है. जी हां इटली की एक कार कंपनी स्टैलांटिस (Stellantis) ने खर्चे में कटौती के लिए अपने फैक्ट्री में मौजूद टॉयलेट्स को कम करने का ऐलान किया है. रॉयटर की एक रिपोर्ट के अनुसार इटली की इस कार निर्माता कंपनी ने अपने फैक्ट्रियों में मौजूद टॉयलेट्स को कम करने का प्लान बनाया है. इटली में मौजूद कुछ फैक्ट्रियों में कंपनी ने इसे लागू भी कर दिया है.
Stellantis को फिएट क्रिश्लर ऑटोमोबाइल और PSA ग्रुप के मर्जर के बाद क्रिएट किया गया है और इसका मुख्य उद्देश्य नकदी का संरक्षण करना है. कंपनी इटली में अपने फैसिलिटीज में भी टॉयलेट्स और क्लिनिंग सर्विसेज को कम करने का भी फैसला किया है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि टुरिन में मौजूद इसके मिराफियोरी फैक्ट्री में मौजूद टॉयलेट्स को पहले ही कम किया जा चुका है. इसको लेकर रॉयटर्स ने एक यूनियन मेंबर से इस बात की पुष्टि की है जिसने बताया कि इसको लेकर अब कर्मचारी बहुत चिंतित हैं.
इसके अलावा कंपनी ने अपने अटेसा प्लांट में भी क्लिनिंग सर्विस को 35 प्रतिशत तक कम कर दिया है जिसके कारण यह लोगों के लिए चिंता का विषय बन गया है क्योंकि कोरोना काल में इस तरह का कदम हानिकारक हो सकता है जब स्वच्छता सभी के लिए प्राथमिकता है. इसको लेकर एक यूनियन लीडर ने कहा कि उनका मानना है कि ये सबकुछ लोकल मैनेजमेंट द्वारा किया जा रहा है. हालांकि अभी तक इस बात का पता नहीं चला है कि इसका प्रोडक्शन पर क्या प्रभाव पड़ेगा. लेकिन अगर देखा जाए तो कोई भी कंपनी यह नहीं चाहेगी कि टॉयलेट के बार एक लंबी लाइन लगी हुई हो.
इन सबके अलावा कंपनी कॉस्ट कटिंग के लिए कुछ और कदम उठाने की भी प्लानिंग कर रही है जिसमें ट्रांसपोर्ट सर्विस को री-ऑर्गेनाइज करना और फैक्ट्री के भीतर टेम्परेचर को कम करना शामिल है. बता दें कि स्टैलांटिस कई ब्रांड को मैनेज करने के साथ उनके खर्चे को भी मैनेज करता है जिसमें अल्फा रोमियो, लांसिया, डीएस आदि शामिल हैं.
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