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तोप से एक जगह से दूसरी जगह भेजी जाती हैं मछलियां, इस कंपनी ने साल 2013 में शुरू की थी मुहीम

Tulsi Rao
22 Dec 2021 8:52 AM GMT
तोप से एक जगह से दूसरी जगह भेजी जाती हैं मछलियां, इस कंपनी ने साल 2013 में शुरू की थी मुहीम
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बल्कि जिंदा मछलियों को दागा जाता है. कुछ ही सेकंड में यह एक जगह से दूसरी जगह पर पहुंच जाते हैं

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Viral Video: हमने फिल्मों में तोपों का इस्तेमाल होते हुए देखा है. असल में, आर्मी अपने दुश्मनों के सामने तोपों के जरिए गोले दागते हैं. फिलहाल, ज्यादातर तोपों का इस्तेमाल युद्ध के समय में किया गया है. पुराने समय के तोपों को देखने के लिए लोग संग्रहालय जाते हैं, और वहां की वर्षों पुरानी पड़ी तोप के करीब से परख सकते हैं. हालांकि, अब एक ऐसा तोप देखने को मिला है, जिसमें मछलियों को एक जगह से दूसरी जगह भेजने के लिए यूज में लाया जाने लगा है. यह एक ऐसी तोप है, जिससे बारूद गोले नहीं, बल्कि जिंदा मछलियों को दागा जाता है. कुछ ही सेकंड में यह एक जगह से दूसरी जगह पर पहुंच जाते हैं.

तोप से एक जगह से दूसरी जगह भेजी जाती हैं मछलियां
सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल होने वाले इस वीडियो (Viral Video) में देखा जा सकता है कि मछलियों को एक जगह से दूसरी जगह पर भेजने के लिए पहले कई दिन लग जाते थे, लेकिन अब इस मशीनरी तोप की वजह से सिर्फ कुछ ही सेकंड में काम हो जाता है. आस-पास के इलाकों में मौजूद नदियों और तालाब में मछलियों को शिफ्ट करना अब आसान हो गया. इससे ट्रांसपोर्टेशन के लिए गाड़ियों की जरूरत नहीं होती. तोप के ट्यूब में मछलियों को पानी के साथ दूसरी तरफ धकेला जाता है, कुछ ही सेकंड में मछलियां तालाब में शिफ्ट हो जाती है.
देखें वीडियो-
इस कंपनी ने साल 2013 में शुरू की थी मुहीम
सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल होने वाले वीडियो में मौजूद जानकारी के अनुसार, अमेरिका की एक कंपनी जिसका नाम वुश इनोवेशन्स (Whooshh Innovations) है. इस कपंनी ने साल 2013 में मछलियों को बचाने की मुहीम शुरू की. ईल, सैलमन, स्टर्जन, लैंप्रे जैसी कई मछलियां डैम के कारण एक जगह से दूसरी जगह पर प्रवास नहीं कर पाती, जिसके कारण कपंनी ने नई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया है. तोप में एक लंबा एयर-लॉक ट्यूब मौजूद है, जिसमें फोर्स के साथ मछलियों को एक जगह से दूसरी जगह पर भेजा जाता है


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