25 साल के बजरंग दस्सुसर गांव में कंप्यूटर और मोबाइल रिपेयरिंग की एक छोटी सी दुकान चलाते हैं. उनके पिता खेती व मिस्त्री का काम करते हैं. उनको यह 2 सीटर वाला एयरक्राफ्ट बनाने में 8 साल का वक्त लग गया. उनका दावा है कि यह विमान 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकता है.
उन्होंने दुकान से होने वाली ज्यादातर कमाई एयरक्राफ्ट के निर्माण पर खर्च कर दी. इसके लिए कई लोगों ने मदद भी की. एयरक्राफ्ट को तैयार होने में लगभग 15 लाख रुपये का खर्च आया. इस एयरक्राफ्ट में मारुति की वैगनआर कार का इंजन लगा है.
इस एयरक्राफ्ट का फ्यूल टैंक 45 लीटर का है. उनका यह उड़नखटोला दिखने में बिल्कुल एयरक्राफ्ट की तरह लगता है. इसमें जीपीएस सिस्टम भी लगाया गया है. उनका दावा है कि यह साढ़े पांच सौ फीट तक की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है.
बजरंग ने इसका निर्माण कार्य 2015 से शुरू किया और 2022 में इसे बनाकर पूरा किया. उनका कहना है कि एयरक्राफ्ट बनाने से पहले उन्होंने एक ड्रोन भी बनाया था. बजरंग ने महज पांचवी क्लास तक पढ़ाई की है.
बजरंग को अब एयरक्राफ्ट उड़ाने के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय की अनुमति का इंतजार है. आसमान की ऊंचाई में जाने पर उनका ये सपना हकीकत में बदल जाएगा.