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ये दुनिया अजीबगोरीब चीजों से भरी पड़ी है
ये दुनिया अजीबगोरीब चीजों से भरी पड़ी है. कब क्या देखने और सुनने को मिल जाए ये कोई नहीं जानता है. कई बार तो ऐसी चीजें सामने आ जाती है, जिसके बारे में जानकर काफी हैरानी होती है. आज हम आपको इसी तरह के एक अजीबोगरीब मामले से रू-ब-रू कराने जा रहे हैं, जिसके बारे में जानकर ना केवल हैरानी होगी बल्कि सोच में पड़ जाएंगे कि क्या वाकई इसमें सच्चाई है? तो चलिए ज्यादा इंतजार ना करवाते हुए आपको उस गांव ले चलते हैं, जहां का हर बच्चा बोलता है मेरा बाप 'रुपचंद' है.
वैसे तो देश में कई ऐसी जगहें हैं, जहां आपको अजीबोगरीब चीजें देखने को मिल जाएगी. लेकिन, बिहार के बांका जिले में एक ऐसा गांव है जहां किसी बच्चे से आप पूछेंगे कि उसका पिता कौन है तो आपको एक ही जवाब मिलेगा 'रुपचंद'. ये बात सुनकर भले ही आपको अटपटा लग रहा हो लेकिन इसमें सच्चाई है. इस गांव का नाम है चिकनमाटी, जहां सभी बच्चों की मां तो अलग है लेकिन पिता एक ही है.
लेकिन, इस गांव की कहानी बेहद दिलचस्प है. पिछले कुछ सालों तक यह गांव रसिक लोगों का अड्डा हुआ करता था. यहां मुजरा देखने के लिए दूर-दूर से लोग पहुंचते थे. परिणाम ये हुआ कि इस गांव का इतिहास ही बदल गया. बच्चों को मां तो मिल गई लेकिन पिता का आज तक पता नहीं चल सका. सब बच्चों का एक ही कहना था कि उनके पिता का नाम रूपचंद गंर्धव है. आलम ये है कि इस गांव की चर्चा दूर-दूर तक होने लगी और लोग इस गांव को बदनाम गांव कहने लगे.
कलंक धोने में लगे लोग
वहीं, अब इस गांव के लोग इस कलंक को धोने में लगे हैं और काफी हद तक उन्हें कामयाबी भी मिल गई है. अब इस गांव में नाच-गाना पूरी तरह बंद हो गया. लोग शिक्षित हो रहे हैं और अपने ऊपर लगे इस कलंक को धोने में लगे हैं. हालांकि, गरीबी के कारण उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लड़कियों ने अब घुंघरु नहीं पहन रही हैं और स्कूल जा रही हैं.
स्कूल के शिक्षक कैलाश प्रसाद यादव का कहना है कि पिछले साल तक उनके विद्यालय में दो बच्चे के नाम में पिता की नाम की जगह रूपचंद गंधर्व लिखा था। इस सत्र में रूपचंद वाला कोई छात्र नहीं आया है। वहीं, दो-चार साल पहले जो लड़की स्कूल से पास हो गई अब उनकी शादी भी हो रही है. बड़ी बात ये है कि वोटर कार्ड में अब लोग पिता की जगह माता का नाम लिखवा रहे हैं. वहीं, जब कुछ लोगों से पूछा गया कि रुपचंद का मतलब क्या है तो उनका कहना है कि रुपए का औलाद. मतलब देह व्यापार से जिस बच्चे का जन्म हुआ उसके पिता का नाम रुपचंद पड़ गया. इस गांव की आज भी लोग इसी बात को लेकर चर्चा करते हैं.
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