जरा हटके

11 हजार वोल्ट के झटके के बाद भी मौत के मुंह से निकला शख्स, 23 सर्जरी के बाद कुछ हद तक ठीक हो पाया शरीर

Tulsi Rao
13 May 2022 5:01 AM GMT
11 हजार वोल्ट के झटके के बाद भी मौत के मुंह से निकला शख्स, 23 सर्जरी के बाद कुछ हद तक ठीक हो पाया शरीर
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जनता से रिश्ता वेबडेस्क | बिजली हमारे अस्तित्व के लिए इतनी जरूरी हो चुकी है कि हम रोजमर्रा के कामों को भी उसके बिना नहीं कर सकते. मगर वो उतनी ही खतरनाक भी है और उसके बचकर रहना हर किसी के लिए जरूरी है. बिजली से होने वाले कई हादसों से बारे में आपने सुना होगा. कई बार तो बिजली का झटका लगने से लोगों की मौत तक हो जाती है मगर इंग्लैंड के एक शख्स (England man got 11000 volt electric shock) के साथ उससे भी बुरा हुआ. आप सोचेंगे कि मौत से बुरा क्या हो सकता है! चलिए आपको इस शख्स के बारे में बताते हैं.

मैनचेस्टर (Manchester, England) के रहने वाले 29 साल के डैरेन हैरिस (Darren Harris) के साथ साल 2020 में ऐसी घटना घटी कि वो सीधे मौत के मुंह में पहुंच गए. डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार डैरेन वोलवरहैम्प्टन (Wolverhampton) के एक वीरान पड़े स्टील प्लांट में अर्बन एक्सप्लोरिंग करने गए थे. अर्बन एक्सप्लोरिंग का अर्थ है जब लोग शहर की वीरान जगहों पर एडवेंचर के मकसद से जाते हैं और वहां हैरान करने वाली चीजों की खोजबीन करते हैं.
मौत के मुंह से निकला शख्स
डैरेन को लगा चूंकि इमारत गिरने वाली है, ऐसे में वहां की सारी बिजली कटी होगी. उन्होंने अंजाने में एक तांबे के बिजली से जुड़े बार को छू लिया. उस बार में 11 हजार वोल्ट का करंट दौड़ रहा था. जैसे ही उन्हें झटका लगा वो कई फीट दूर जाकर गिरे और उनकी 'मौत' हो गई. डैरेन ने दावा किया कि वो कुछ पल के लिए मर गए थे. मगर ना जाने कैसे उन्हें अचानक से होश आया और उन्होंने देखा कि उनका शरीर आग की लपटों में घिरा है. उन्हें अपने हाथ के अंदर की हड्डियां दिख रही थीं और उनका चेहरा जलने के कारण लटक आया था और गर्दन की हड्डी भी दिख रही थी. उन्होंने कहा कि वो पूरी तरह से आग का गोला बन गए थे. उसकी हालत में वो भागते हुए रोड तक पहुंचे जहां कुछ पल में एक एम्बुलेंस गुजरी और वो उसी के सामने गिर गए.
23 सर्जरी के बाद कुछ हद तक ठीक हो पाया शरीर
उसके बाद उनकी आंख सीधे 27 दिन बाद अस्पताल में खुली. उन्हें बर्मिंघम के क्वीन एलिजाबेथ अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. जहां उन्हें इंड्यूस्ड कोमा में रखा गया और उनके शरीर के कई ऑर्गन फेल होने लगे थे. डॉक्टरों ने उनकी 23 सर्जरी की और आर्टिफिशियल स्किन को बाकी की स्किन से जोड़ा. मगर इस प्रोसेस में उनकी नाक और कान को काट देना पड़ा. डॉक्टर्स ने भी डैरन को लाखों में एक किस्मतवाला माना क्योंकि उन्होंने भी पहले कई नहीं देखा था कि ऐसी स्थिति में भी कोई बच जाए. डैरेन लंबे वक्त तक डिप्रेशन में रहे, यहां तक कि उन्होंने सुसाइड करने की भी कोशिश की मगर अब वो धीरे-धीरे खुद को अपना रहे हैं. 3डी प्रिटिंग तकनीक से वो कानों को फिर से हासिल करना चाहते हैं और इसके लिए उन्होंने क्राउड फंडिंग की मदद ली है.


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