मैक्सिको का ये ग्रेट पिरामिड, गुत्थियों को सुलझाने में वैज्ञानिक भी हैं परेशान
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। इजिप्ट में स्थित गीजा के पिरामिड से हर कोई वाकिफ है। पर क्या कभी आपने मैक्सिको के ग्रेट पिरामिड ऑफ चोलुला (Cholula) के बारे में सुना है? अगर नहीं तो आज हम उसी के बारे में बात करेंगे। मैक्सिको का ये पिरामिड अपने भीतर कई रहस्यों को समेटे हुए है, जिन्हें आप सभी को जानना चाहिए। बचपन से हम लोग गीजा के पिरामिड के बारे में सुनते आए हैं। इजिप्ट के इस पिरामिड के भीतर कई ऐसे राज दफन हैं, जिनका आज तक कोई पता नहीं लगा पाया है। वहीं देश दुनिया में भी कई रहस्यमय पिरामिड स्थित हैं। इसी कड़ी में आज हम जानेंगे मैक्सिको में स्थित ग्रेट पिरामिड ऑफ Cholula के बारे में। इस पिरामिड से जुड़े कई ऐसे रहस्य हैं, जिनके बारे में वैज्ञानिक भी अब तक पता नहीं लगा पाए हैं। पिरामिड पर हुए कई शोध के बाद भी इस बात का पता नहीं लग पाया है कि आखिरकार इतने बड़े पिरामिड को उस दौर में बनाया कैसे गया था?
मैक्सिको के इस पिरामिड की गिनती दुनिया के सबसे बड़े पिरामिडों में की जाती है। इसका निर्माण किसने करवाया था ये आज भी एक रहस्य का विषय है। साक्ष्यों की मानें तो क्राइस्ट से लगभग 100 वर्ष पहले ही इस पिरामिड की निर्माण प्रक्रिया शुरू हो गई थी। इस पिरामिड के आस पास कई प्राचीन मंदिर स्थित हैं।
आपको बता दें कि ग्रेट पिरामिड ऑफ चोलुला मैक्सिको के देवता Quetzalcoatl को समर्पित है। एक समय था जब ये पिरामिड वहां के लोगों के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र था। पूरे मैक्सिको से कई श्रद्धालु अपने भगवान की पूजा करने के लिए यहां पर आते थे।
स्पेन का उपनिवेश बनने से पहले चोलुला शहर की आबादी करीब 1 लाख थी। यहां पर स्पेन का उपनिवेश बसने के बाद मैक्सिको के लोगों ने विद्रोह करने की कोशिश की। विद्रोह को कुचलने के लिए स्पेन ने इस जगह पर बड़ी मात्रा में नरसंहार किया। उस दौरान कई मंदिरों को तहस नहस कर दिया गया। विद्रोह को कुचलने के बाद स्पेन ने चोलुला के इस पिरामिड के ऊपर एक चर्च को बनवाया।
1930 से लेकर अब तक इस पिरामिड के रहस्यों को जानने के लिए कई बार खुदाई की गई है। इस बीच इस पिरामिड से जुड़ी कई विशेष जानकारियां भी मिली। ये पिरामिड उस दौरान पूजा पाठ का एक विशेष स्थान था। हालांकि इस रहस्य से अब तक पर्दा नहीं उठ पाया है कि उस समय के लोगों ने इतने विशाल पिरामिड को बनाया किस प्रकार से था? इस पिरामिड के भीतर कई रहस्यमय सुरंगें भी हैं।