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Ease My Trip के को- फाउंडर की लगी क्‍लास, देखें वॉयरल ट्विट

Tulsi Rao
10 Sep 2022 1:30 PM GMT
Ease My Trip के को- फाउंडर की लगी क्‍लास, देखें वॉयरल ट्विट
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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Prashant Pitti: ईज माई ट्रिप (Easy My Trip) के को फाउंडर प्रशांत पिट्टी (Co Founder Prashant Pitti) ने एक ट्वीट किया जिसमें एक स्‍क्रीनशॉट भी अटैच है. दरअसल हुआ यूं था एक शख्‍स ने प्रशांत पिट्टी को मैसेज कर बोला कि सॉरी, मैं काम पर नहीं आ पाउंगा. सीईओ इसे ट्विटर पर शेयर करते हैं और लिखते हैं कि कोई कैसे ऑफर लेटर एक्‍सेप्‍ट करने के बाद ज्वाइनिंग से कैसे मना कर सकता है. इसके बाद लोगों ने कई दिलचस्प कमेंट किए.

प्रशांत पिट्टी ने बताई समस्‍या
प्रशांत पिट्टी ने एक ट्विट के माध्‍यम से कंपनियों की समस्या के बारे में बताया. उन्‍होंने एक स्क्रीनशॉट के जरिए अपनी परेशानी बताई. दरअसल, पिट्टी ने एक उम्मीदवार के टेक्स्ट मैसेज का स्क्रीनशॉट ट्विटर पर शेयर किया, उस शख्‍स ने लास्ट टाइम पर कंपनी ज्वाइन करने से मना कर दिया था. इस बात से पिट्टी नाराज थे. उन्‍होंने ट्विटर पर स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा, "कोई इस मुद्दे को हल करे. यह बेहद प्रचलित है. एक बार जब कोई उम्मीदवार ऑफर लेटर एक्‍सेप्‍ट कर लेता है, तो कंपनियां महीनों तक इंतजार करती हैं और अन्य सभी संभावित उम्मीदवारों को अस्वीकार कर देती हैं. लेकिन उम्‍मीदवार आखिरी दिन मैसेज कर बोलता है कि व‍ह ज्वाइन नहीं करेगा."
स्क्रीनशॉट में क्‍या लिखा?
एक शख्‍स ने ज्वॉइनिंग के दिन ही ईज माई ट्रिप कंपनी को ज्वाइन करने से मना कर दिया. युवक ने कंपनी के को फाउंडर को मैसेज किया और उसमें लिखा कि मैं कंपनी ज्वाइन करने को लेकर काफी उत्‍सुक था. लेकिन मैं हाउस ऑफ डी2सी ब्रांड के एक सीईओ से मिला, उन्‍होंने लीड मैनेजर की जरूरत थी. इस के बाद प्रशांत पिट्टी ने रिप्लाई करते हुए कहा कि क्या आप मुझसे मजाक कर रहे हैं? आप अब बता रहे हैं, जब आपको कंपनी ज्वाइन करनी है. इस पर ट्विटर यूजर्स ने को फाउंडर पिट्टी की क्‍लास लगा दी.
शांतनु देशपांडे के बाद अब प्रशांत पिट्टी
हाल ही में शांतनु देशपांडे ने 18 घंटे काम करने की सलाह दी थी उसके बाद से लोगों ने उन्‍हें खूब सुनाया था. अब प्रशांत पिट्टी को लेकर लोग काफी कमेंट कर रहे हैं. एक शख्‍स ने कमेंट में लिखा कि कंपनी, कर्मचारियों को तब निकाल देती हैं जब उनकी आवश्यकता नहीं होती है तो इंप्लाई भी ऐसा कर सकते हैं. यूजर ने आगे लिखा पूंजीवाद की दुनिया में दोनों सही हैं. एक यूजर ने कमेंट में लिखा कि ऑफर लेटर स्वीकार न करें. लेकिन ऑफर लेटर एक्सेप्ट करने के बाद आखिरी मिनट पर मना करना गलत बात है.
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