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कोरोना वायरस ने बर्बाद कर दी महिला की जिंदगी, नाली और कचरे जैसे लगता है खाने का स्वाद

Tulsi Rao
5 Dec 2021 5:11 AM GMT
कोरोना वायरस ने बर्बाद कर दी महिला की जिंदगी, नाली और कचरे जैसे लगता है खाने का स्वाद
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अमेरिका में न्यू जर्सी के मेंधम की रहने वाली नतालिया कैनो नामक यह महिला जनवरी महीने में कोरोना वायरस से संक्रमित हुई थीं. उन्होंने बताया कि कोरोना ने उनके स्वाद तथा सूंघने की क्षमता को एकदम बर्बाद कर दिया है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोरोना वायरस (Coronavirus) की वजह से पिछले लगभग दो सालों में कई लोगों की जिंदगी पूरी तरह तबाह हो चुकी है. इसमें अमेरिका की रहने वाली एक महिला (Covid Patient Video Viral) का नाम शामिल है, कोरोना ने उनकी जिंदगी पूरी तरह से बर्बाद कर दी है. आलम यह है कि आज उन्हें खाने का स्वाद नाली और कचरे (Food taste like Garbage) जैसे लगता है. जबकि वह कोविड से कई हफ्तों पहले ठीक हो चुकी हैं.

नाली जैसी लगती हैं खाने की चीजें

अमेरिका में न्यू जर्सी के मेंधम की रहने वाली नतालिया कैनो नामक यह महिला जनवरी महीने में कोरोना वायरस से संक्रमित हुई थीं. उन्होंने बताया कि कोरोना ने उनके स्वाद तथा सूंघने की क्षमता को एकदम बर्बाद कर दिया है. उन्हें किसी भी खाने का स्वाद कचरा और सीवेज के जैसे लगता है. नतालिया ने बताया कि कोविड से ठीक होने के कुछ समय बाद उन्हें जो खाद्य पदार्थ अच्छा लगता था, उसका स्वाद उन्हें कचरा, गैसोलीन अथवा नाली जैसे लगने लगा है.
जब नतालिया ने डॉक्टर से इस बारे में बात की तब उनको पता चला कि उन्हें 'पैरोस्मिया' नामक बीमारी हो गई है. इस बीमारी में इंसान के स्वाद और सूंघने की क्षमता पर बुरा असर पड़ता है. नतालिया बताती हैं कि उन्हें खाना इतना बुरा लगता है कि जब भी खाने की कोशिश करती हैं तो उल्टी कर देती हैं. उन्होंने बताया कि उन्हें नहीं पता कि यह कभी ठीक भी होगा या नहीं.
नतालिया ने कहा, 'उनको नहीं लगता कि कोई यह नहीं समझता कि यह आपके जीवन को कितना प्रभावित कर सकता है. क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि खाने की सभी चीजें आपको ना पसंद होने वाली खाने की चीजों की तरह लगने लगें. मुझे जो फील हो रहा है, यह उससे भी गंदा है. आपने अपने जीवन में आज तक की जो सबसे खराब गंध सूंघी है, यह उससे भी गंदा है. मुझे हर खाने की चीज़ ऐसी ही लग रही है.'
महिला ने शेयर किया भयावह अनुभव
नतालिया ने बताया कि उन्होंने एक हेल्थलाइन की मदद ली, जिसमें दावा किया गया था कि पेरोसमिया से पीड़ित मरीजों को नौ दिनों से लेकर छह महीनों के बीच ठीक किया जाएगा, लेकिन उन्हें 10 महीने हो गए हैं और मैं ठीक नहीं हो पाई हूं. नतालिया ने बताया कि उन्हें डॉक्टर ने कह दिया है कि यदि वह एक साल के भीतर ठीक नहीं होती हैं, तो फिर कभी भी ठीक नहीं हो पाएंगी. उनके पास सिर्फ दो महीने बचे हैं, और ये दो महीने भी बहुत तेजी से खत्म हो रहे हैं.


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