जरा हटके
दुनिया में छोड़े गए अरबों मच्छर, घबराइए मत, ये फौज कर देगी डेंगू-मलेरिया का सफाया
Manish Sahu
16 Aug 2023 12:29 PM GMT
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जरा हटके: जैसे ही देश में बरसात और इसके बाद का मौसम आता है, वैसे ही मच्छरों को प्रकोप कुछ इस तरह से बढ़ जाता है कि आए दिन मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों के किस्से सुनाई देने लगते हैं. जैसे-जैसे इंसान मच्छरों के बचने के तरीके इज़ाद करते है, ये भी उसे सर्वाइव करके की शक्ति विकसित कर लेते हैं. ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि आखिर ये खत्म कैसे होंगे?
मलेरिया और डेंगू से मरने वालों की तादाद दुनिया भर में काफी ज्यादा है. डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक हर साल करीब 6 लाख लोग मलेरिया से मर जाते हैं. ऐसे में इन्हें खत्म करने के लिए यूके ऑक्सीटेक नाम की फर्क ने एक फुल प्रूफ प्लान तैयार किया है. उन्होंने जेनेटिक मॉडिफिकेशन से ऐसे मच्छर तैयार किए हैं, जो मलेरिया जैसी बीमारियां फैलाने वाली मादा मच्छरों के लिए काल हैं.
दरअसल इन मच्छरों की खासियत इनके अंदर मौजूद एक जीन है, जो मादा मच्छरों को ज्यादा दिन ज़िंदा रखने से रोकता है. जब मॉडिफाइड नर मच्छर मादा मच्छर के साथ मेटिंग करेंगे तो ये उनमें ट्रांसफर हो जाएगा और उनकी मौत हो जाएगी. इस तरह से दुनिया में मादा मच्छरों की संख्या कम होगी और नई ब्रीडिंग भी नहीं हो पाएगी और मलेरिया-डेंगू जैसी बीमारियां खुद खत्म हो जाएंगी. बिल गेट्स ने खुद सुपर मच्छरों को ललेकर जानकारी दी है कि ये न तो इंसान का खून पीते हैं और न ही कोई बीमारी फैलाते हैं.
ऑक्सीटे की रिसर्च बताती है कि अब तक दुनिया में एक अरब नर मच्छरों को छोड़ा जा चुका है, जो पर्यावरण के लिए किसी भी तरह का खतरा नहीं हैं. बिल गेट्स के मुताबिक इनका कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं है और ये एक गेम चेंजर है. इन सुपर मच्छरों के ज़रिये ब्राज़ील में डेंगू बुखार खत्म करने में मदद मिली है. इस बार इन्हें अफ्रीका के जिबूती में छोड़ा जाएगा, जहां हर साल मलेरिया के मामले बढ़ रहे हैं. इसके अलावा इथोपिया, सूडान, सोमालिया, केन्या, नाइजीरिया और खाना जैसे देशों में भी ये सुपर मच्छर छोड़े जाएंगे.
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