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कहते हैं कि जाको राखे साइयां मार सके ना कोय… यानी जिसे ईश्वर खुद सरंक्षण देते हैं उनका कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता
जनता से रिश्ता वेबडेसक| कहते हैं कि जाको राखे साइयां मार सके ना कोय… यानी जिसे ईश्वर खुद सरंक्षण देते हैं उनका कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता.
यही नहीं, ऐसे लोग बिछड़कर भी वापस आ जाते हैं. ऐसी ही एक घटना मध्य प्रदेश में सामने आई है जहां एक लड़का 10 साल बाद अपने घर पहुंच गया.
ये लड़का 10 साल बाद चेहरा पहचानने वाले उपकरण 'दर्पण' की मदद से अपने परिवार से मिला है.
मध्य प्रदेश का यह लड़का पश्चिम बंगाल में हावड़ा में एक बाल गृह में मिला. वह 7 अक्टूबर 2010 को जबलपुर से लापता हो गया था. हुगली पुलिस ने उसे 21 अक्टूबर 2010 को बाल गृह को सौंप दिया था.
तेलंगाना पुलिस ने लापता बच्चों की तस्वीरें देश के बाल गृहों में मौजूद बच्चों से मिलान करने का एक उपकरण बनाया है और पुलिस ने इसी उपकरण का उपयोग करते हुए बच्चे को परिवार से मिलवाने में मदद की.
महिला सुरक्षा विंग की राज्य की अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक स्वाति ने कहा कि लड़का इस साल मार्च में मिला. पुलिस ने जबलपुर के अपने समकक्ष को इसकी जानकारी दी, जिन्होंने बच्चे के अभिभावक को इस बारे में बताया. इसके बाद वे बाल गृह गए और वहां अपने बेटे को पहचाना.
Triveni
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