जरा हटके

यहां मिला 'एलियन का हथियार', इंसानों के बस का नहीं इसे बनाना

Manish Sahu
4 Aug 2023 6:44 PM GMT
यहां मिला एलियन का हथियार, इंसानों के बस का नहीं इसे बनाना
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जरा हटके: हाल ही में एक ऐसा हथियार मिला है, जो उल्कापिंड से बना है. इस तीर का सिरा 1.5 इंच लंबा है, और वजन केवल 0.102 औंस है. बर्न यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स को यह हथियार स्विट्जरलैंड में बील झील पर स्थित पुरातात्विक स्थल मोरीगेन पर मिला है. इस तीर के मिलने से साइंटिस्ट्स के बीच उत्सुकता जाग गई है. सभी इसके टेस्ट में लग गए हैं.
जिस धातु से बना, वो पृथ्वी पर नहीं पाई जाती
‘डेलीमेल’ न्यूज वेबसाइट के अनुसार, भूवैज्ञानिकों ने जब इस हथियार की जांच की तो उनके सामने एक चौंकाने वाली जानकारी निकलकर सामने आई. उन्होंने पाया कि जिन धातुओं से मिलकर यह हथियार बना है, उनमें एल्युमीनियम-26 भी शामिल है. एल्युमीनियम-26 एक अल्पकालिक आइसोटोप जो एक समय सोलर सिस्टम में काफी मात्रा में पाया जाता था, लेकिन यह मेटल पृथ्वी पर नहीं पाई जाती है.
पहले भी मिल चुके हैं ऐसी चीजें
हालाँकि, नवीनतम खोज ‘तीर का सिरा’ एक महत्वपूर्ण है, क्योंकि सेंट्रल यूरोप में खोजी जाने वाली तीन एलियन मेटल आइट्स में से एक है. स्टडी के अनुसार, अन्य दो पोलैंड में पाए गए कंगन और एक कुल्हाड़ी का सिर थे. इनके अलावा एलियन मेटल से बनी चीजें इस प्रकार हैं—
तूतनखामुन का खंजर: 1925 में, मिस्र के फिरौन तूतनखानुम की कब्र से इस खंजर को पाया गया था. 2016 में पेरिस के पियरे एंड मैरी क्यूरी यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने बताया कि इसमें जिस लोहे का इस्तेमाल हुआ है वो पृथ्वी के बाहर से आकर गिरा हुआ हो सकता है. मतलब उल्कापिंडों के द्वारा ये लोहा धरती पर पहुंचा होगा जिससे खंजर का निर्माण हुआ था. खंजर की खोज 1925 में पुरातत्वविद् हॉवर्ड कार्टर ने सोने के ब्लेड वाले एक अन्य खंजर के साथ की थी.
लोहे के मोती: 1911 में, प्राचीन मिस्र के गेरज़ेह में एक कब्र से खुदाई के दौरान, शोधकर्ताओं को एक मकबरे में कई लोहे के मोती मिले. मोतियों के रासायनिक विश्लेषण से पुष्टि हुई कि वे उल्कापिंड लोहे से बने थे. प्रारंभिक रासायनिक परीक्षण में निकेल के अंश दिखाई दिए, जिससे वैज्ञानिकों को विश्वास हो गया कि वे उल्कापिंडीय लोहे से बने हैं. ये मोती सोने और कारेलियन जैसे कीमती खनिजों के साथ एक हार पर एक साथ बंधे होते थे.
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