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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। प्यार में पड़ना दुनिया के सबसे खूबसूरत अहसासों (Love Emotions) में से एक है. प्यार में इंसान को सिर्फ खुशियां मिलती है. वो हर समय मुस्कुराता रहता है. उसके चेहरे पर ग्लो आ जाता है और वो इस दुनिया में रहकर भी किसी और ही दुनिया की सैर करता नजर आता है. प्यार के बारे में कई तरह की बातें तो आप भी जानते होंगे. जैसे प्यार में हर चीज का रंग लाल (Love Color Red) होता है. प्रेमी अपनी प्रेमिका को लाल गुलाब देता है. प्यार की निशानी का रंग लाल होता है, ऐसा हर कोई जानता है लेकिन इसका असली कारण क्या है, ये किसी को नहीं पता.
दरअसल, लाल रंग को प्यार की निशानी माने जाने के पीछे कई तरह के कारण हैं. प्यार की हर निशानी लाल रंग की होती है. भारत में शादी का जोड़ा लाल रंग का होता है. सिंदूर लाल रंग का सजाया जाता है. इन सभी के पीछे ख़ास कारण है. ये कोई इत्तेफाक नहीं है. आज हम आपको इसके पीछे के कई कारणों के बारे में बताने जा रहे हैं. ये कारण मनोवैज्ञानिक से लेकर धार्मिक और भावनात्मक भी है.
धार्मिक कारण
लाल रंग का कई धर्मों में महत्व है. हिन्दू धर्म में लाल रंग को सुख और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है. यही कारण है कि शादी-ब्याह में सुहाग का जोड़ा और सिंदूर लाल रंग के होते हैं.
भावनात्मक कारण
लाल रंग बेहद गहरा और चटक होता है. इसे देखते ही दिमाग में उत्तेजना का भाव आता है. प्यार में रिश्ते के प्रति गर्माहट बनी रहे इसलिए लाल रंग का इस्तेमाल किया जाता है. इसे देखकर कपल के बीच प्यार का रिश्ता और मजबूत होता है.
मनोवैज्ञानिक कारण
लाल रंग को जोश और जूनून के लिए जाना जाता है. प्यार में लाल रंग की वजह से कपल के बीच रिश्ते में जोश भरा रहता है. साथ ही इस रंग के असर से रिश्ते में जूनून होता है जिससे प्यार लंबे समय तक मजबूत रहता है.
जिंदगी का रंग
इन सभी कारणों के अलावा देखें तो पाएंगे कि इंसान की बॉडी में दौड़ता खून भी लाल ही होता है. ये जिंदगी का प्रतीक है. जन्म के समय बच्चे की पूरी बॉडी लाल होती है. ऐसे में यही रह प्यार का प्रतीक माना जाता है ताकि प्यार मरते दम तक कायम रहे.
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