यहाँ दिखी पर्यावरण को बचाने के लिए की अनोखी पहल, प्रेम और स्नेहपूर्वक पेड़ों को राखी बांध दिया संदेश
भाई-बहन का प्यार, इस बार पर्यावरण के लिए उपहार बना। शहर की कुछ बहनों ने त्योहार पर पर्यावरण संरक्षण की पहल की। पेड़ों को राखी बांधकर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया, वहीं बीज वाली राखियों से भी पर्यावरण से प्रेम करने का संदेश दिया। ईकोफ्रेंडली राखियों को कागज, कपड़ा, कलावा, प्राकृतिक रंग और बीज का इस्तेमाल कर तैयार किया गया।
घरेलू महिलाओं की संस्था उड़ान मदर्स के तत्वावधान में कुकरैल पिकनिक स्पॉट में रक्षाबंधन उत्सव में महिलाओं ने पौधारोपण किया। साथ ही पौधों को रक्षा सूत्र बांधकर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया। रक्षाबंधन उत्सव में उड़ान मदर्स की संस्थापिका सरिता सिंह के संयोजन में रोली जयसवाल, आभा श्रीवास्तव, मोना वर्मा, कीर्ति सिंह, बीनू यादव, शिल्पी गुप्ता, मोहिनी धपोला, सरिता सिंह सहित अन्य महिलाओं ने बरगद, कदम्ब, पीपल, बेल, शहतूत और नीम के पौधों का रोपण कर रक्षा सूत्र बांधा और आजीवन इन पौधों के संरक्षण का संकल्प लिया। उड़ान मदर्स की संस्थापिका सरिता सिंह ने इस अवसर पर कहा कि प्राण वायु देने वाले वृक्षों का संरक्षण अति आवश्यक है, जिस तरह हम अपने बच्चों को पालते-पोस्ते हैं, उनकी हर तरह से सेवा-श्रुषा करते हैं, उसी तरह इन वृक्षों की रक्षा करनी होगी, तभी हम आने वाले पीढ़ी को स्वच्छ, स्वस्थ्य और निरोगी जीवन प्रदान कर सकते हैं।
उधर, पर्यावरण संरक्षण के लिए काम करने वाली संस्था पृथ्वी इनोवेशंस के भूमिजा अभियान के तहत इन ईको फ्रेंडली राखियों को तैयार किया गया। संस्था की संस्थापक और सचिव अनुराधा गुप्ता के अनुसार हमारी पहल के बारे में जानकर कई लोगों ने हमसे सीधे संपर्क किया और ईको फ्रेंडली राखियों को ऑर्डर दिया। अच्छी संख्या में आर्डर मिले। खास बात रही कि प्रशिक्षण के बाद इस अभियान की पूरी जिम्मेदारी संस्था की बहनों को दी गई है। संस्था की बहनों ने भी इन्हीं बीज वाली राखियों से रक्षाबंधन का त्योहार मनाया।