जरा हटके

मिस्र में मिला 4,500 साल पुराना सूर्य मंदिर, बना था बेस मिट्टी की ईंटों से

Ritisha Jaiswal
19 Nov 2021 8:39 AM GMT
मिस्र में मिला 4,500 साल पुराना सूर्य मंदिर, बना था बेस मिट्टी की ईंटों से
x
पिरामिडों के लिए मशहूर मिस्र में अक्सर आर्कियोलॉजिस्ट्स को हैरान कर देने वाली चीजें मिलती रहती है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | पिरामिडों के लिए मशहूर मिस्र में अक्सर आर्कियोलॉजिस्ट्स को हैरान कर देने वाली चीजें मिलती रहती हैं। अब आर्कियोलॉजिस्ट्स ने ऐसी ही दुलर्भ चीज की खोज की है, जिसे देखकर हर कोई हैरान है। आर्कियोलॉजिस्ट्स ने रेगिस्तान में दबे हुए 4,500 साल पुराने सूर्य मंदिर को ढूंढ निकाला है। रेगिस्तान में खनन के दौरान इस सूर्य मंदिर को खोज निकाला गया है। वहीं इस खोज के बाद आर्कियोलॉजिस्ट्स इस बात की पड़ताल कर रहे हैं, कि क्या उस वक्त मिस्र के रेगिस्तान में पूजा अर्चना की जाती थी?

ये पुराना सूर्य मंदिर आर्कियोलॉजिस्ट्स को मिस्र की राजधानी काहिरा के पास अबु गोराब शहर में मिला है। साथ ही पुरातत्वविदों का कहना है कि यह सूर्य मंदिर लगभग 4500 साल पुराना है और ये काफी लंबे समय से रेगिस्तान में दबा हुआ था। अब इस खोज को पिछले कई दशकों में आर्कियोलॉजिस्ट्स की सबसे बड़ी खोज में से एक बताया जा रहा है।
मिस्र के आर्कियोलॉजिस्ट का कहना है कि आज से लगभग 4500 साल पहले इस सूर्य मंदिर को मिस्र फैरोह ने बनावाया था। इस सूर्य मंदिर को 25वीं शताब्दी ईसा पूर्व बनवाया गया होगा। आर्कियोलॉजिस्ट को जांच के दौरान ये भी पता चला है कि सूर्य मंदिर का बेस मिट्टी की ईंटों का बना था, जिससे पता चलता है कि इस साइट पर पहले से कोई बिल्डिंग थी।
दूसरी ओर इसी मंदिर के पास पिरामिडों को राजा के अंतिम विश्राम स्थल के रूप में बनाया गया ताकि मरने के बाद राजा दोबारा भगवान का स्वरूप बनकर दुनिया के सामने रह सकें। आर्कियोलॉजिस्ट को जांच में ये भी पता चला कि मंदिर का निर्माण मिट्टी से बने ईंटों से किया गया था, जिसकी दो फीट गहरी नींव चूना पत्थरों से बनाई गई थी।
इस बारे में इजिप्टोलॉजी के असिसटेंट प्रोफेसर डॉ. मासिमिलानो नुजोलो ने कहा कि हमें काफी पहले से इस बात का अंदाजा था कि अबु गोराब के रेगिस्तान में जमीन के नीचे कुछ छिपा है, जिसे न्यूसिरी ने बनवाया था। लेकिन हमें यह नहीं पता था कि हम कभी इतने बड़े स्तर की खोज करेंगे। उन्होंने कहा कि अब हमारे पास पर्याप्त सबूत हैं जो मिस्र के सूर्य मंदिरों की कहानियां बताते हैं




Next Story