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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सदियों से इंसान किताबों में विश्वास कर रहा है. हर बार जब चीजें गड़बड़ा जाती हैं और किसी के पास जाने के लिए कोई नहीं होता है, हम किताबों की तरफ रुख करते हैं और भरोसा जताते हैं. क्यों सच है ना? यदि आपको संयुक्त अरब अमीरात के बारे में जानना पसंद करते हैं और उसके इतिहास में रुचि रखते हैं तो आपके लिए यह खबर काफी रुचिकर है. यहां पुस्तक प्रेमियों के लिए एक विशेष दावत है. दुबई के उपराष्ट्रपति, प्रधान मंत्री और शासक हिज हाइनेस शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम ने AED1 बिलियन की 'मोहम्मद बिन राशिद लाइब्रेरी' (Mohammed bin Rashid Library) का उद्घाटन किया.
इस लाइब्रेरी को बनाने में लगे 2151 करोड़ रुपये
मोहम्मद बिन राशिद लाइब्रेरी को AED1 बिलियन ($272.3 मिलियन) यानी 2151 करोड़ रुपये से ज्यादा के निवेश से बनाया गया है, जो शायद दुनिया की सबसे महंगी लाइब्रेरी है. हालांकि, इसे लेकर अभी तक ऐसा कोई दावा नहीं किया गया है. लाइब्रेरी का उद्देश्य व्यक्तिगत और सामाजिक दोनों स्तरों पर रचनात्मकता, ज्ञान और कला के विकास का समर्थन करते हुए पढ़ने की संस्कृति को विकसित करना है. लाइब्रेरी का नाम दुबई के शासक मोहम्मद बिन राशिद के नाम पर पड़ा है. अल जद्दाफ में स्थित इस पुस्तकालय में एक मिलियन से अधिक प्रिंट और डिजिटल पुस्तकें उपलब्ध हैं.
सात मंजिल बिल्डिंग में हैं कई सारे विभाग
इस लाइब्रेरी की संरचना एक टिंबर स्टैंड का आकार लेती है जिसे 'राहल' (Rahl) के रूप में जाना जाता है. इस लाइब्रेरी का कुल आकार 54,000 वर्ग मीटर है. शेख मोहम्मद बिन राशिद पुस्तकालय एक सात मंजिला इमारत है जिसमें नौ विभाग हैं और एक मिलियन से अधिक प्रिंट और डिजिटल वॉल्यूम हैं. जनरल पुस्तकालय, अमीरात पुस्तकालय, युवा वयस्क पुस्तकालय, बच्चों की पुस्तकालय, मीडिया और कला पुस्तकालय, व्यापार पुस्तकालय, विशेष संग्रह पुस्तकालय, मानचित्र और एटलस पुस्तकालय, और आवधिक पुस्तकालय समेत नौ विभाग हैं. पुस्तकालय आधिकारिक तौर पर 16 जून 2022 को जनता के लिए खुल गया है.
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