मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के उज्जैन के रहने वाले 42 वर्षीय एक व्यक्ति ने अधिकारियों से शिकायत की है कि एक दुकान से उसे कथित तौर पर मिलावटी शराब बेची गई है क्योंकि इसे पीने के बाद उसे नशा नहीं हुआ. इस शिकायत के बाद यहां के आबकारी आयुक्त ने अधिकारियों से मामले की जांच करने और तदनुसार कार्रवाई करने के लिए कहा है. उज्जैन के बहादुर गंज इलाके के निवासी लोकेश सोठिया ने अपनी शिकायत में कहा कि उन्होंने 12 अप्रैल को यहां एक दुकान से देसी शराब की चार सीलबंद बोलतें खरीदीं.
नशा नहीं होने पर शख्स ने अधिकारियों से की शिकायत
लोकेश सोठिया ने बताया, 'मेरे दोस्त और मैंने उन बोतलों में से दो से शराब का सेवन किया, लेकिन मुझे नशा महसूस नहीं हुआ.' लोकेश सोठिया पार्किंग स्थल का संचालन करता है. व्यक्ति ने दावा किया कि बोतलों में शराब के साथ पानी मिला हुआ था. लोकेश ने कहा, 'मैंने दो अन्य बोतलों की सील अब तक नहीं खोली है और जब आवश्यक होगा तो सबूत के रूप में पेश करूंगा. खाद्य पदार्थ, तेल और अन्य चीजों में मिलावट की खबरें आती रहती हैं, लेकिन अब शराब में भी ऐसा किया जा रहा है. यह ठीक नहीं है. मैं उपभोक्ता फोरम में जाऊंगा.'
मामले को उपभोक्ता फोरम ले जाने पर अड़ा शख्स
लोकेश ने कहा कि वह पिछले दो दशकों से शराब का सेवन कर रहे हैं और इसके स्वाद और गुणवत्ता के बारे में अच्छी तरह से जानते हैं. सोठिया ने बताया, 'मैंने मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा और उज्जैन के आबकारी आयुक्त इंदर सिंह डामोर से मुझे बेची गई इस मिलावटी शराब के बारे में शिकायत की है.' इस बारे में पूछे जाने पर आबकारी आयुक्त इंदर सिंह डामोर ने बताया, 'इस मामले की जांच करने का निर्देश अपने अधीनस्थ को दिया है. जांच में जो सामने आएगा, उस अनुसार कार्रवाई की जाएगी.'
शख्स के वकील ने दिया ऐसा बयान
सोठिया के वकील नरेंद्र सिंह धाकडे ने बताया, 'लोकेश सोठिया के साथ हुई धोखाधड़ी का प्रकरण हम उपभोक्ता फोरम में ले जा रहे हैं.' उन्होंने कहा, 'मेरे मुवक्किल का 'पेड पार्किंग' का व्यवसाय है. वह बरसों से शराब पीते हैं, इसलिए उन्हें मिलावटी और असली शराब की पहचान है.'