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यमुना नदी का जलस्तर रविवार शाम खतरे के निशान से नीचे

Admin4
15 Aug 2022 9:50 AM GMT
यमुना नदी का जलस्तर रविवार शाम खतरे के निशान से नीचे
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न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला

राजधानी में यमुना नदी का जलस्तर रविवार शाम खतरे के निशान से नीचे 204.83 मीटर दर्ज किया गया। वहीं यमुना खादर क्षेत्र में किसानों की सैकड़ों बीघे में लगीं फसलें डूब गईं। इससे किसानों के सामने रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है।

यमुना का जलस्तर रविवार शाम खतरे के निशान से नीचे 204.83 मीटर दर्ज किया गया। हालांकि, शनिवार सुबह यमुनानगर के हथिनीकुंड बैराज से 17000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है जो सोमवार सुबह तक दिल्ली पहुंचेगा। इसके बाद यमुना का जलस्तर फिर बढ़ने की आशंका है। वहीं, पूर्वी दिल्ली जिला प्रशासन के मुताबिक फिर से पानी छोड़े जाने की सूचना नहीं मिली है। इसलिए उम्मीद है अब यमुना का पानी खतरे के निशान को पार नहीं करेगा।

इधर, यमुना खादर क्षेत्र में किसानों की सैकड़ों बीघे में लगीं फसलें डूब गईं। इससे किसानों के सामने रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है। किसानों ने पांच हजार रुपये प्रति बीघे की दर पर किराए पर खेत लेकर फसलें उगाई थीं। इसमें भिंडी, चौराई, तोरी, पालक, घीया जैसी सब्जियां थीं। ये सारी सब्जियां पानी में डूब गईं।

यमुना खादर क्षेत्र में कई किसानों ने नर्सरी का काम किया था। शुक्रवार आधी रात के बाद अचानक पानी भरने से उनकी नर्सरी पानी में डूब गई। मयूर विहार खादर क्षेत्र में नर्सरी का काम करने वाले कमलेश ने बताया कि उनका लाखों रुपये का नुकसान हो गया। यमुना का जलस्तर बढ़ने से करीब 37000 लोग प्रभावित हुए हैं।

जेवर के छह गांवों में बाढ़ का खतरा

जेवर क्षेत्र में रविवार सुबह यमुना नदी की जल स्तर बढ़ गया। पानी पुस्ते तक पहुंच गया है साथ ही बाढ़ का खतरा भी बढ़ गया है। छह गांवों की एक हजार बीघे से अधिक फसल डूब गई है। वहीं जल स्तर बढ़ने पर जिला प्रशासन और सिंचाई विभाग की टीमें अलर्ट हो गई हैं। पूरे क्षेत्र में बाढ़ चौकियों से निगरानी रखी जा रही है। हालांकि प्रशासन ने बाढ़ का खतरा होने से इन्कार किया है।

यमुना के आसपास सुरक्षा के पर्याप्त बंदोबस्त

दिल्ली सरकार ने यमुना के आसपास सुरक्षा का पर्याप्त बंदोबस्त किया है। सरकार ने सभी संबंधित जिलाधिकारियों और उनकी जिला सेक्टर समितियों, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग, दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, दिल्ली पुलिस और अन्य हितधारकों को हाई अलर्ट मोड पर रखा है। उन्हें दिल्ली सरकार की ओर से एक-दूसरे के साथ तालमेल बनाकर बाढ़ की स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए कहा गया है। पुलिस कर्मियों के अलावा, केजरीवाल सरकार ने प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और स्थानांतरित करने के लिए सिविल डिफेंस वालंटियर (सीडीवी) को तैनात किया है।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यमुना के आसपास रहने वाले लोगों के लिए पर्याप्त बंदोबस्त किए गए हैं। सरकार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार है।

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