दिल्ली-एनसीआर

कोरोनारोधी एहतियाती खुराक अस्पतालों में निशुल्क मुहैया कराएगी: दिल्ली सरकार

Admin Delhi 1
15 April 2022 6:02 PM GMT
कोरोनारोधी एहतियाती खुराक अस्पतालों में निशुल्क मुहैया कराएगी: दिल्ली सरकार
x

दिल्ली न्यूज़: दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना वायरस रोधी टीके की एहतियात खुराक उसके अस्पतालों में लोगों को जल्द ही निशुल्क दी जाएगी। यह कदम तब उठाया गया है जब राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है और संक्रमण दर भी बढ़ी है। भारत में 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों के लिए कोविड-19 रोधी टीके की एहतियाती खुराक रविवार को निजी केंद्रों पर देनी शुरू की गयी थी। जिन लोगों को दूसरी खुराक लिए नौ महीने पूरे हो गए हैं वे एहतियाती खुराक ले सकते हैं। कोविशील्ड और कोवैक्सीन खुराकों की कीमत अब 225 रुपये है और निजी टीकाकरण केंद्र अधिकतम 150 रुपये तक सेवा शुल्क ले सकते हैं।

दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि वह अपने सरकारी अस्पतालों में एहतियाती खुराकें जल्द ही लोगों को निशुल्क उपलब्ध कराएगी। बयान में कहा गया है, ''लोगों ने पहली और दूसरी खुराक जिस टीके की ली थी, उसकी टीके की एहतियाती खुराक दी जाएगी और उन लोगों को एहतियाती खुराक दी जाएगी, जिन्हें दूसरी खुराक लिए नौ महीने पूरे हो गए हैं।'' दिल्ली सरकार के बयान में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के हवाले से कहा गया है, ''रोकथाम इलाज से बेहतर है। जिन लोगों ने अभी तक टीके की खुराक नहीं ली है या केवल पहली खुराक ली है, उन्हें टीकाकरण पूरा करने के लिए जल्द से जल्द अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर टीके की खुराक लेनी चाहिए।'' बयान में कहा गया है कि दिल्ली सरकार के पास लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन स्टोरेज (एलएमओ), लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन बफर और पीएसए प्लांट समेत 1363.73 एमटी ऑक्सीजन है।

इसमें कहा गया है कि सभी बड़े और छोटे ऑक्सीजन टैंकों में टेलीमीट्री उपकरण लगाए गए हैं और इससे ऑक्सीजन स्तर की वास्तविक निगरानी होगी और किसी आपात स्थिति में आवश्यकता के अनुसार ऑक्सीजन की आपूर्ति में मदद मिलेगी। बयान के अनुसार, जैन ने आवश्यक दवाओं के भंडार की भी समीक्षा की और अधिकारियों को उनकी उपलब्धता पर करीबी नजर रखने के निर्देश दिए। विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ ही मेडिकल छात्रों, नर्सों और अद्र्धचिकित्सक र्किमयों को कोविड प्रबंधन में विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। इस बीच, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी दिल्ली सरकार के अस्पतालों को आवश्यकता के अनुसार चिकित्सकों, नर्सों और अद्र्धचिकित्सकों की स्वीकृत संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया है। साथ ही किसी भी समस्या के दौरान संक्रमित लोगों की मदद के लिए 24 घंटे का कोविड हेल्पलाइन नंबर - 1031- जारी किया गया है।

अस्पतालों को सजग रहने की सलाह, घबराने की जरूरत नहीं : स्वास्थ्य मंत्री जैन

राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर दिल्ली के सभी अस्पतालों को सतर्क रहने की सलाह दी गयी है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि वे स्थिति से निपटने के लिये पूरी तरह तैयार हैं। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सरकार स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए है। उन्होंने जोर देकर कहा, 'अस्पताल में दाखिले नहीं बढ़ रहे हैं, इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है। अभी चिंता की कोई बात नहीं है।'' दिल्ली में बृहस्पतिवार को कोविड-19 संक्रमण के 325 नए मामले सामने आए जबकि संक्रमण दर 2.39 प्रतिशत थी। राष्ट्रीय राजधानी में कोविड संक्रमण दर एक सप्ताह में 0.5 प्रतिशत से बढ़कर 2.7 प्रतिशत हो गई है। बयान में मंत्री जैन के हवाले से कहा गया, दिल्ली सरकार स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए है और सरकार कोई जोखिम नहीं लेना चाहती है। हमने अपने स्वास्थ्य ढांचे को पूरी तरह से बदल दिया है। इसके साथ ही दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सभी अस्पतालों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।''

उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए मरीजों का संपर्क में आए लोगों का पता लगा रही है। स्वास्थ्य मंत्री के हवाले से कहा गया, साथ ही जरूरत पडऩे पर आरटीपीसीआर जांच भी बढ़ाई जाएगी। कोरोना को फैलने से रोकने के लिए दिल्ली सरकार 'टेस्ट, ट्रेस और ट्रीट' (जांच, संपर्क में आए लोगों का पता लगाने और उपचार) के सिद्धांत पर काम कर रही है।'' स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों को बाहर निकलते समय मास्क पहनने और जल्द से जल्द टीका लगवाने की भी सलाह दी। उन्होंने कहा, 'इलाज से बचाव बेहतर है। जिन लोगों ने अभी तक टीका नहीं लिया है या केवल पहली खुराक ली है, उन्हें पूर्ण टीकाकरण के लिए जल्द से जल्द अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाना चाहिए।''

यह देखते हुए कि विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा एक्सई संस्करण को वेरिएंट्स ऑफ कंसर्न'' (चिंताजनक) की सूची में शामिल नहीं किया गया है, उन्होंने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है। सरकार के बयान में कहा गया है कि दिल्ली में लगभग 37,000 कोविड बेड और 10,594 कोविड आईसीयू बेड तैयार किए गए हैं। सरकारी बयान में कहा गया, 'अगर संक्रमण फैलता है, तो सरकार ने दो सप्ताह के भीतर दिल्ली के हर वार्ड में 100 ऑक्सीजन बेड बढ़ाने की योजना बनाई है। ऐसे में, दिल्ली सरकार 65,000 बेड तैयार करने की योजना बना रही है, ताकि किसी भी व्यक्ति को आपातकालीन स्थिति में बेड की कमी का सामना न करना पड़े।'' अगर मामले फिर बढ़ेंगे तो घर पर पृथकवास की व्यवस्था लागू की जाएगी।

Next Story