दिल्ली-एनसीआर

दिल्ली में गहराया जल संकट, आज भी कई इलाकों में प्रभावित रहेगी पानी की सप्लाई

Renuka Sahu
22 May 2022 3:55 AM GMT
Water crisis deepens in Delhi, even today water supply will be affected in many areas
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फाइल फोटो 

राजधानी में जलापूर्ति को लेकर हालात और बिगड़ गए हैं। वजीराबाद में पानी का स्तर गिरकर अब 668.3 फीट हो गया है, जो इस साल सबसे कम है। सामान्य तौर पर यहां पानी का स्तर 674.5 फीट होता है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। राजधानी में जलापूर्ति को लेकर हालात और बिगड़ गए हैं। वजीराबाद में पानी का स्तर गिरकर अब 668.3 फीट हो गया है, जो इस साल सबसे कम है। सामान्य तौर पर यहां पानी का स्तर 674.5 फीट होता है।

जल बोर्ड के अधिकारी ने कहा कि चूंकि, यमुना नदी लगभग सूखी है, इसलिए हम कैरियर लाइन्ड कैनाल (सीएलसी) और दिल्ली सब ब्रांच (डीएसबी) से पानी को वजीराबाद की ओर मोड़ रहे हैं। इससे हैदरपुर चरण एक और दो व बवाना जल उपचार संयंत्रों में जल उत्पादन प्रभावित हुआ है। जल बोर्ड ने एक बयान में कहा है कि उत्तरी दिल्ली, उत्तर- पश्चिमी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली और दक्षिणी दिल्ली के कुछ हिस्सों में स्थिति में सुधार होने तक पानी कम दबाव में उपलब्ध रहेगा। ऐसे में रविवार को भी पानी की समस्या बनी रहेगी।
हरियाणा से दिल्ली को कुल 610 एमजीडी पानी प्राप्त होता है। इसके तहत सीएलसी से 368 एमजीडी और डीएसबी से 177 एमजीडी पानी आता है। वहीं, यमुना से 65 एमजीडी पानी की आपूर्ति होती है। सीएलसी और डीएसबी को मुनक नहर और भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड के माध्यम से हथिनी कुंड से पानी की आपूर्ति की जाती है। इसके अलावा दिल्ली को ऊपरी गंगा नहर(अपर गंगा कैनाल) के माध्यम से उत्तर प्रदेश से 253 एमजीडी पानी प्राप्त होता है और 90 एमजीडी पानी स्थापित कुओं और नलकूपों से प्राप्त किया जाता है।
वजीराबाद तालाब से वजीराबाद, चंद्रवाल और ओखला जल शोधन संयंत्रों में पानी की आपूर्ति 30 फीसदी तक कम हो गई है। चंद्रवाल, वजीराबाद और ओखला जल शोधन केंद्रों की क्षमता क्रमश: 90 एमजीडी, 135 एमजीडी और 20 एमजीडी है। इन संयंत्रों से दिल्ली छावनी सहित पूर्वोत्तर दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली, उत्तरी दिल्ली, मध्य दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली और नई दिल्ली नगर परिषद(एनडीएमसी) क्षेत्रों में पेयजल की आपूर्ति होती है।
दिल्ली को करीब 1200 एमजीडी पानी की आवश्यकता होती है, जबकि जल बोर्ड द्वारा 950 एमजीडी पानी की आपूर्ति की जाती है। वजीराबाद तालाब में पानी का स्तर कम होने के कारण पानी की आपूर्ति में लगभग 65 एमजीडी तक की कमी आई है। बोर्ड ने मंगलवार को हरियाणा सिंचाई विभाग को एक पत्र लिखा था, जिसमें विभाग ने यमुना में 150 क्यूसेक अतिरिक्त पानी तत्काल छोड़ने के लिए कहा था।
तीन सप्ताह से भी कम समय में यह चौथी बार है, जब हरियाणा सिंचाई विभाग को पत्र लिखा गया था। वहीं, शुक्रवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने दिल्ली सरकार पर पलटवार किया था। उन्होंने कहा था कि पानी बंटवारे के मुद्दे पर क्षुद्र राजनीति नहीं होनी चाहिए। यदि दिल्ली को पानी चाहिए तो पंजाब से अपने राज्य के वैध हिस्से को जारी करने के लिए कहना चाहिए।
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