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सोशल मीडिया पर ट्विन टावर ध्वतीकरण के वीडियो हुए वायरल, दोषियों पर उठाए गए सवाल

Admin Delhi 1
29 Aug 2022 6:54 AM GMT
सोशल मीडिया पर ट्विन टावर ध्वतीकरण के वीडियो हुए वायरल, दोषियों पर उठाए गए सवाल
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दिल्ली एनसीआर न्यूज़: नोएडा में कल (रविवार) को सुपरटेक ट्विन टावर जमींदोज कर दिए गए। नोएडा एवं ग्रेटर नोएडा के अलावा गाजियाबाद में भी यह प्रकरण कौतुहल का विषय बना रहा। सुबह से दोपहर तक नागरिकों की जिज्ञासा बढ़ी रही। सोशल मीडिया पर ट्विन टावर ध्वतीकरण के वीडियो वायरल हो गए। यूजर्स ने बार-बार यह वीडियो देखे। इस सबके बीच बिल्डर और नोएडा प्राधिकरण के गठजोड़ पर कोई कानूनी कार्रवाई न होने पर सवाल उठाए जाने लगे हैं। आम आदमी, समाजसेवी, व्यापारी, अधिवक्ता इत्यादि ने इस बात पर हैरानी जताई कि दोषी बिल्डर व अधिकारियों को अब तक बख्शा क्यूं गया है? उनके खिलाफ कदम उठाने में संकोच नहीं करना चाहिए। कुछ ने माना कि अवैध निर्माण के खिलाफ इस प्रकार की कार्रवाई भविष्य के लिए बड़ा सबक है। इस प्रकार के मामले पुन: सामने ना आ पाएं, इसे लेकर प्रभावी कदम उठाए जाने की जरूरत पर भी जोर दिया गया।


समाजसेवी एवं व्यापारी नेता अवधेश शर्मा ने कहा कि नोएडा ट्विन टावर मामला भ्रष्ट अफसरों की कार्यशैली का नतीजा है। इन टावरों की अनुमानित लागत 8 हजार करोड़ थी। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या यह देश के पैसे की बर्बादी नहीं है? दोषी अफसरों को भी कार्रवाई की जद में लाया जाना चाहिए ताकि समाज में अच्छा संदेश जा सके। दोषी अफसरों की प्रॉपर्टी जब्त कर प्रभावित रेजीडेंट्स को पैसा लौटाया जाना चाहिए। अधिवक्ता मुकुल शर्मा ने कहा कि आखिरकार 7 साल बाद बिल्डर, नेता एवं ब्यूरोक्रेसी का गठजोड़ ध्वस्त हो गया। यह कार्रवाई बेहद जरूरी थी। कोर्ट के निर्णय से जनता में न्याय की उम्मीद बढ़ी है। भविष्य में मनमानी करने से पहले बिल्डरों को सोचना पड़ेगा। समाजसेवी मनोज गोयल ने कहा कि बिल्डर एवं अफसरों की मिलीभगत से भ्रष्टचार की नींव पर ट्विन टावर खड़े किए गए थे। जिन्हें ध्वस्त करना जरूरी था, मगर अफसोस इस बात का है कि इस मामले में संबंधित बिल्डर और अधिकारी पर कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने कहा कि योगीराज में भू-माफिया और अवैध निर्माण पर वैसे भी कार्रवाई हो रही है।

ट्विन टावर जमींदोज होने से प्रभावित ग्राहकों के हितों का भी ख्याल रखना चाहिए। उन्हें जल्द से जल्द बकाया राशि का भुगतान सुनिश्चित किया जाए। समाजसेवी हाजी नूर मोहम्मद ने कहा कि बिल्डरों पर नकेल कसने की जरूरत है। उन अफसरों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए, जो नियमों को ताक पर रखकर गैरकानूनी निर्माण कार्य की अनुमति देते हैं। ट्विन टावर के ध्वस्त होने से बिल्डर और भ्रष्ट अफसरों की लॉबी को बड़ा झटका लगा है। शुभधाम अपार्टमेंट ऑनर्स एसोसिएशन राजेंद्र नगर साहिबाबाद के अध्यक्ष आदेश ठाकुर एवं सचिव जनेश्वर ने नोएडा ट्विन टावर को ध्वस्त किए जाने की कार्रवाई का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने इस केस में ऐतिहासिक फैसला दिया है।

बिल्डरों की धींगामुश्ती रोकने में यह कदम कारगर साबित होगा। उन्होंने कहा कि शुभधाम अपार्टमेंट में बिल्डर ने ब्रोशर के विपरित कार्य कराए थे। इस संबंध में इलाहाबाद हाईकोर्ट में 2014 से वाद लंबित है। उम्मीद है कि इस मामले में कोर्ट की तरफ से रेजीडेंट्स के हित में फैसला दिया जाएगा।

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